देहरादून। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड एक ऐसा राज्य है जहाँ कम्युनिटी रेडियो के कार्यक्रमों ने समाज को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राज्य में विकास का रोडमैप राज्य की सुन्दर संस्कृति, अनूठी परंपराओं, विरासत तथा आपसी सद्भाव पर आधारित होना चाहिये। राज्य में कम्युनिटी रेडियो स्टेशन दूरस्थ पर्वतीय गांवों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
राज्यपाल लेज गुरमीत सिंह (सेनि) ने बुधवार को गोर्खाली सुधार सभा, गढ़ी कैन्ट देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में देश के पहले गोर्खाली कम्युनिटी रेडियो स्टेशन ‘‘घाम छाया’’ का उद्घाटन किया। ज्ञातव्य है कि यह रेडियो स्टेशन देशभर में 90.0 एफएम पर सुना जा सकेगा। गूगल प्ले स्टोर से घाम छाया का एप भी डाउनलड किया जा सकता है। रेडियो स्टेशन का समय प्रात: 7 बजे से 11 बजे तथा सांय 5 बजे से 9 बजे तक रहेगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुएराज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि देश का पहला गोर्खाली कम्युनिटी स्टेशन ‘घाम छाया’ उत्तराखण्ड और देशभर में रहने वाले गोर्खाली समुदाय को एकता के सूत्र में बाध्ांने के साथ ही उनकी समृद्धशाली संस्कृति, परम्पराओं, भाषा, विरासत के संरक्षण में प्रभावी भूमिका निभाएगा। विास है कि ‘रेडियो स्टेशन घाम-छाया गोर्खाली लोगों की आवाज बनेगा’ और ‘उनकी कहानियाँ’ न केवल गोर्खाली समुदाय बल्कि पूरी दुनिया सुन पाएगी।
राज्यपाल ने कहा कि आज का समय ‘मीडिया तथा सोशल मीडिया’ का है। फिर भी बहुत से ऐसे लोग है, जिनकी पहुंच मुख्यधारा की मीडिया तक नहीं है। यह कम्युनिटी रेडियो स्टेशन ‘ऐसे कमजोर लोगों’ की आवाज बन सकता है। ‘उनकी समस्याओं और मुद्दों’ को प्रभावी ढंग से उठा सकता है। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि कम्युनिटी रेडियो सही मायने में ग्रासरूट लेवल पर डेमोक्रेटिक मीडिया का सुन्दर उदाहरण है। कम्युनिटी रेडियो स्टेशन एक कम्युनिटी के साथ ही उस समुदाय की महिलाओं, बालिकाओं तथा युवाओं को भी सशक्त करता है। यह बच्चों में ‘राष्ट्रीयता की भावना’ को मजबूत करने तथा ‘राष्ट्र निर्माण’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यह कम्युनिटी बेस्ड डेवलपमेंट को बढ़ावा देगा।