लूटेरो ने दिन दहाडे बैंक से लूट लिया 4 लाख 83 हजार रुपये
खटीमा। दो लुटेरों ने दिन दहाड़े बैंक से लगभग पांच लाख रुपयें लूटकर फरार हो गये। सूचना मिलते ही मौके पर पहुचें पुलिस टीम ने लुटेरों की तलाश मे जुट गई। बुधवार को रोज की तरह झनकट स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा मे काम चल रहा था। समय लगभग 4.35 बजे बैंक मे ग्राहक भी जा चुकें थे। बैंक का स्टाफ अपने आंकड़ो का मिलान कर रहे थे। इसी दौरान दो युवक बैंक के अन्दर घुसे। बैंक मे घुसते ही एक युवक ने अपने पास रखी बंदूक निकाल ली वही दूसरे ने चाकू लहराते हुए हथियारों के दम पर बैंक मे मैनेजर कुशमलता, ज्वांइन बैंक मैनेजर रविन्दर सिंह मेहता, कैशियर, गोविन्द पाल व ननिता गब्र्याल को बंधक बनाकर उनके मोबाइल फोन निकालकर काउंटर पर रखवा दिया। और सभी को लॉकर रूम मे बंद कर दिया। लूटेरे बैंक के कैश काउंटर पर रखे 4 लाख 83 हजार 10 रुपयें लूटकर फरार हो गये। इसी बीच ज्वांइन मैनेजर मेहता के पास एक और फोन था जिसे लूटेरें देख नही पाये थे। मेहता ने उस मोबाइल से बैंक के भवन स्वामी राजेन्दर जेठी को मामले की सूचना दी। जेठी उस समय खटीमा गये थे उन्होने मामले की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही सीओं भूपेंन्द्र सिंह भण्डारी के नेतृत्व मे पुलिस टीम घटना स्थल पहुची और मामले की जानकारी उच्चधिकारियों को दी। पुलिस टीम बैंक पहुचकर लॉकर रूम तोड़ा और बैक स्टाफ को बाहर निकाला। घटना की जानकारी मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक हरीश वर्मा व एसडीएम रविन्द्र सिंह बिष्ट मौके पर पहुच और घटना का निरीक्षण किया। बैंक मैनेजर कुशुमलता ने बताया कि बैंक मे चार स्टाफ के अलावा एक और कर्मचारी संजय है जो अनियमित है। डेलीवेज पर काम करता है। घटना के समय वह बाजार गया था। उन्होने बताया कि बैंक मे फर्नीचर, लाइट फिटिंग आदि का कार्य चल रहा था। जिसके लिए तीन-चार मजदूर लगे हुए थे। पुलिस ने बैंक की सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो 2 अप्रैल तक की ही रिकाडिग पाई गई। वही जांच मे पता चला कि बैंक मे गार्ड भी नही है। मामले को लेकर सीओ भूपेन्द्र भण्डारी ने कहा कि बैंक लूट की घटना को पुलिस सभी कोणो से जांच कर रही है। इस दौरान कोतवाल नरेश चौहान, प्रभारी तहसीलदार यूसुफ अली, एसएसआई देवेन्द्र गौरव, एसआई विजय कुमार, ललित मोहन रावल, धीरज वर्मा आदि थे।