मंदिर में चोरी
रिपोर्ट सत्यप्रकाश डौंडियाल
घनसाली।
लमगांव क्षेत्र के चवाड गांव राईमेर दैंत राजा मंदिर जोकि टिहरी और उत्तरकाशी के मध्य में पड़ता है मंदिर में कल रात किसी गांव के दो लड़कों ने मंदिर की चोरी कर डाली और मन्दिर का सामन बेचने के लिए ले जा रहे थे इतने में जब रास्ते में गाव के लोगों को पता चला उन्होंने चवाड गाड के गांव वालों को फोन कर घटना की जानकारी दी तत्काल ही राकेश पोखरियाल ने थाना लमगांव को फोन किया किंतु उन्होंने यह कहते हुए इनकार किया कि वह क्षेत्र थाना लमगांव में नहीं आता है तदोपरांत ग्राम वासियों ने धोंतरी पटवारी को फोन किया तो पटवारी ने कहा कि हम सभी राजस्व कर्मी हड़ताल पर हैं लिहाजा हम इस तरह की वारदात में अपना हस्तक्षेप नहीं करते सकते हैं।उन्होंने कहा कि यह केवल मंदिर की चोरी है कोई घर की चोरी नहीं लिहाजा इस घटना को देखते हुए राकेश पोखरियाल का कहना है कि यदि इस तरह की घटना किसी गांव के साथ घटित होती या कोई चोर डाकू गांव में आकर कोई इस वारदात को अंजाम देता तो पुलिस और प्रशासन क्या सोया रहता या हड़ताल में ही रहता किस तरह की सरकार और प्रशासन उत्तराखंड में चल रहा जो कि आम जनता की समस्याओं का संज्ञान नहीं ले पा रहा है।
ज्ञात हो कि चवाड गाड राइ मेर क्षेत्र में एक पौराणिक मंदिर है जहां पर मंदिर में पौराणिक और ऐतिहासिक विभिन्न प्रकार के गांड और गंडले देवता के नेजा और निशान चांदी सोने और पीतल के रखे हुए थे जोकि गांव के दूसरे कुछ संदिग्ध लोगों के द्वारा रात को वहां से उठाकर ले जाकर बेचने की फिराक में थे इतने में रास्ते में लोगो ने देखा राकेश पोखरियाल और अन्य लोगों को दूरभाष द्वारा बताया औरउन लड़कों को दबोच लिया गया और मंदिर की विभिन्न आवश्यक सामग्री नेजा और निशान गांड और घडला की चोरी होने से बच गई येसे भी लोग जोअपने ही ग्रामीण क्षेत्र के ग्राम देवता के चोरी के लिए उतावले हैं कैसा कलयुग आ गया जबकि सर्वप्रथम ग्राम देवता की पूजा होती है जिसे हम सम्मान के साथ अपने ग्राम देवता के रूप में जानेते हैं और मानते हैं किंतु इस घोर कलयुग में अपने घर में डाका डालने वाले चोर पैदा हो रहे हैं।