मैदान में गोल्ड कप का उद्घाटन, बाहर पूर्व मंत्री का धरना
देहरादून। गोल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट के संस्थापक अध्यक्ष व पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज मेन गेट पर अपने समर्थकों के साथ सांकेतिक धरना दिया। धरने की सूचना पर कालेज गेट के आसपाल बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। स्पोर्ट्स कालेज के अंदर जहां गोल्ड कप का उद्घाटन हुआ, वहीं बाहर गोल्ड कप आयोजन कमेटी में शामिल न करने पर पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने धरना प्रदर्शन किया।
शुक्रवार सुबह को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत दून में गोल्ड कप के आयोजकों में शामिल रहे हीरा सिंह बिष्ट ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज में सुबह आयोजन शुरु होने से पहले मेन गेट के सामने सड़क पर धरने पर बैठ गए। उनके साथ इंटक के कार्यकर्ता सहित कुछ कांग्रेसी नेता शामिल रहे। धरने की सूचना पर कालेज गेट के आसपाल भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। इस दौरान धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं ने काले झंडे भी लहराए। पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि गोल्ड कप के आयोजन से उन्हें बाहर किया गया है। यह उनका अपमान है। जिस टूर्नामेंट को उन्होंने अपने जीवन के 40 साल दिए, उसे लेकर उनसे सलाह पशवरा लिए बगैर फैसला लिए गए। इंटक के प्रदेश महामंत्री व पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष पंकज क्षेत्री ने कहा कि उत्तराखंड क्रिकेट में यूपी के लोगों ने कब्जा किया हुआ है। अब मनमाने तरीके से क्रिकेट गतिविधियां चलाई जा रही है।
पहाड़ के युवाओं को मौका देने की बजाय ऊंची रसूख वालों और पैसे वालों को टीम में खिलाया जा रहा है। पहले कोषाध्यक्ष पृथ्वी सिंह नेगी ओर अब पूर्व अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट को इसलिए नजरअंदाज किया जा रहा है क्योंकि ये भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद करते आए हैं। लगभग दो घंटे के सांकेतिक धरने के बाद पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट अपने समर्थकों के साथ वहां से चले गए। वहीं वन मंत्री सुबोध उनियाल ने प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। हीरा सिंह बिष्ट के धरने पर मंत्री सुबोध उनियाल कुछ नहीं बोले। सीएयू के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला ने कहा कि हीरा सिंह बिष्ट आज भी सदस्य, उनका धरना देने से गलत संदेश गया। मामला को जल्द सुलझाया जाएगा।