काशीपुर में एक और आयुष्मान सूचीबद्ध अस्पताल का सामने आया धोखाधड़ी का मामला
धोखाधड़ी के आरोप में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने ‘ग्लोबल मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल’ पर की निलंबन की कार्रवाई
250 से अधिक मामलों में पाई गई अनियमितताएं
जांच-पड़ताल के बाद राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने उठाया कठोर कदम
देहरादून। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण। काशीपुर में आयुष्मान सूचीबद्ध अस्पतालों में धोखाधड़ी के मामले शांत होने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां एक और हॉस्पिटल का धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस बार यह मामला ग्लोबल मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, बाजपुर रोड, काशीपुर, उधम सिंह नगर का है। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की टीम द्वारा प्राप्त क्लेम्स में हॉस्पिटल पर निम्न बिंदुओं पर आरोप लगाए गए हैं। जिसमें हॉस्पिटल द्वारा रोगी की pre-post on bed photo को क्लेम्स हेतु दाखिल नहीं किया गया है।
हॉस्पिटल द्वारा क्लेम्स हेतु दाखिल OT नोट्स/ डिस्चार्ज समरी में इलाज करने वाले डॉक्टर का नाम एवं उसके हस्ताक्षर नहीं है। हॉस्पिटल द्वारा क्लेम्स हेतु रोगी की मात्र इमरजेंसी वार्ड की फोटो दाखिल की गई तथा ICU/GW जिनके लिए Preauthorisation /Enhencements लिया गया, उसके लिए रोगी की कोई फोटो दाखिल नहीं की गई है। हॉस्पिटल द्वारा क्लेम्स हेतु रोगी की मात्र सामान्य वार्ड की फोटो दाखिल की गई है जबकि रोगी के लिए ICU Enhencement/ Claim लिया गया है लेकिन ICU की कोई फोटो दाखिल नहीं की गई है। हॉस्पिटल द्वारा ICU हेतु Preauthorisation /Enhencement/Claim लिया गया किंतु रोगी का उपचार सामान्य प्राइवेट वार्ड में किया गया तथा क्लेम सेतु दस्तावेज भी जनरल वार्ड के दाखिल किए गए। अस्पताल द्वारा ICU हेतु दाखिल की गई रोगी की फोटो में IV-Line दृष्टनीय है/ Vital chart उपलब्ध नहीं है/ रोगी को ICU से डायरेक्ट डिस्चार्ज किया गया। हाल ही में आई शिकायतों व जांच-पड़ताल के बाद राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने काशीपुर के ग्लोबल मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल की सूचीबद्धता निलंबित कर दी गई है। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण प्रशासन ने माना है कि अस्पताल ने प्राधिकरण के साथ धोखाधड़ी की है। इस तरह के कृत्य से मरीजों की जान को भी खतरा हो सकता है। संबंधित अस्पताल से रिकवरी की भी प्रक्रिया की जाएगी।
आयुष्मान योजना का संचालन कर रहे राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से जहां बेहतर कार्य करने वाले अस्पतालों को समय-समय पर प्रोत्साहित किया जाता है वहीं किसी तरह की लापरवाही या अनियमितताएं करने वाले हॉस्पिटलों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई भी की जाती है।