हरिद्वार। कांवड़ मेले में विभिन्न घाटों पर तैनात बीईजी आर्मी तैराक दलों ने 38 कांवडियों / श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी पीएल शाह के मुख्य संयोजन एवं नोडल अधिकारी डा. नरेश चौारी के संयोजन में कांवड़ मेले के दौरान बीईजी आर्मी के तैराक दल अपनी मोटरबोटों एवं सभी संसाधनों के साथ कांवडियों की सुरक्षा के लिये गंगा के विभिन्न घाटों पर तैनात होकर मुस्तैदी से हर समय कांवड़ियों को डूबने से बचा रहे हैं। बीईजी आर्मी तैराक दल द्वारा कांवड़ मेले के दौरान 38 शिवभक्त कांवडियों को डूबने से बचाया गया।
गत रात्रि भी रश्मि कश्यप धर्मपत्नी परमेन्द्र कश्यप गांव नूरपुर जिला बिजनौर जो कि गौ घाट के पुल से गिरकर गंगा में बह गयी थी को बीईजी आर्मी तैराक दल ने विष्णु घाट से सुरक्षित बाहर निकाला। प्राथमिक उपचार के उपरान्त जिला चिकित्सालय भिजवाया। उक्त महिला के परिवार जनों ने बीईजी आर्मी के जवानों को विशेष धन्यवाद देते हुए जिला प्रशासन की उत्कृष्ट व्यस्थाओं के लिये सराहना की। इस बार जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की विशेष पहल पर बीईजी आर्मी के तैराक दल के सदस्यों एवं रेडक्रास स्वयं सेवकों द्वारा पीएएस (पब्लिक एड्रेस सिस्टम) से शिवभक्त कांवड़ियों को गंगा में निर्धारित सुरक्षित घाटों पर स्नान करने के लिये प्रेरित भी किया जा रहा है। बीईजी आर्मी तैराक दल के नोडल अधिकारी डा. नरेश चौारी ने अवगत कराया कि इस वर्ष कांवडियों में विशेष उत्साह एवं उल्लास है, क्योंकि विगत दो वर्षों में कोविड-19 वैिक महामारी के कारण कांवडियें गंगा जल लेने हरिद्वार नहीं आ पाये थे। हरकी पैडी के आसपास के घाटों में गंगा स्नान के साथ-साथ गंगा को आर पार करने की भी उत्सुक्ता रहती है जिससे उनके गंगा में डूबने अथवा गंगा के तेज प्रवाह में बहने की संभावना रहती है।