सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज घनसाली में अभिभावक संघ की गोष्ठी का आयोजन
रिपोर्ट::सत्यप्रकाश डौंडिया ल
घनसाली। घनसाली विद्या मंदिर इंटर कॉलेज घनसाली के तत्वधान में विद्यालय प्रांगण में विद्यालय में इंदु देवी गैरोला की अध्यक्षता विदयालय में अध्ययनरत छात्र छात्राओं के शैक्षिक उन्नयन, चारित्रिक विकास और पठन-पाठन क्रियाकलापों को अभिभावक गणों के साथ साझा कर छात्र हित में विद्यालय प्रबंधन समिति एवं अभिभावकों के सुझाव के लिए एक बैठक का आयोजित की गई ।
जिसमें छात्रों के विकास के लिए विभिन्न प्रकार के शिकाय ते सुझाव, अनुशासन ,विद्यालय प्रबंधन की रणनीति अभिभावकों के समक्ष रखी गई कार्यक्रम में विद्यालय के प्रबंधक श्री उदय सिंह पवार ने विद्यालय की मूलभूत समस्याओं से उपस्थित अभिभावकों को अवगत कराया है ।
उन्होंने कहा विद्यालय में सुव्यवस्थित शैक्षिक वातावरण के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अभिभावक बंधुओं की विशेष भूमिका है पर विशेष करके माताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा पिछले कोविड 19 के दौरान से आज यह तीसरी बैठक की है जो कि 6 महीने के बाद आहूत की है जिसमें कई तरह के बदलाव भी किए गए हैं और सुधार भी हुआ है।
प्रधानाचार्य ,अजीत पाल सिंह जी के आने के बाद विद्यालय में शैक्षिक विकास के विभिन्न नवीन प्रयोग किए गए जिससे विद्यालय की शैक्षिक उन्नयन के विकास के लिए निरंतर आगे बढ़ता जा रहा है।
इसी क्रम में विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष केदार सिंह बर्टवाल ने विद्यालय के विकास के लिए अपने विभिन्न सुझाव उपस्थित अभिभावकों के सम्मुख रखें उन्होंने कहा विद्यालय के विकास में हर एक अभिभावक की भूमिका महत्वपूर्ण है जिससे विद्यालय में विभिन्न तरह के नए शैक्षिक प्रयोग नई रणनीति के साथ सांस्कृतिक एवं सामाजिक क्रियाकलापों को आगे बढ़ाने में प्रत्येक अभिभावक की महत्वपूर्ण भूमिका अति आवश्यक है उन्होंने कहा कि विद्यालय में जो कमियां हैं आवश्यकताएं हैं उनको पूरा करने में विद्यालय प्रबंधन का प्रयास नितात जारी है इसी क्रम में अभिभावकों ने भी विद्यालय प्रबंधन समिति के समूह अपने अपने सुझाव प्रस्तुत किए जिसमें मुख्यत समय-समय पर विद्यालय में प्रत्येक विषय के यूनिट टेस्ट अनिवार्य है तथा इसी क्रम में विनोद कुमार साह जी ने कहा बच्चों के विकास के लिए सामान्य ज्ञान की परीक्षाएं भी होनी जरूरी है जिससे बच्चे का बौद्धिक और सामाजिक विकास हो सके । प्रत्येक बच्चे के विकास के साथ अपना विशेष योगदान देना जरूरी है जिससे पठन-पाठन के साथ बच्चे का शारीरिक और नैतिक विकास हो सके ।
इससे पूर्व भी कोविड 19 महामारी के अंतिम चरण के दौरान विद्यालय द्वारा गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें सिर्फ 30 लोगों ने प्रतिभाग किया किन्तु आज खुशी की बात है कि 200 से अधिक जागरूक अभिभावकों उपस्थित रहें है।
गोष्ठी में अभिभावक के समक्ष विद्यालय प्रबंधन समिति के प्रबंधक ने कहा कि हम विद्यालय के विकास के लिए सतत अपने कर्तव्य और धर्म के साथ कार्य कर रहे हैं उन्होंने कहा कि विद्यालय में विद्या भारती में जितने भी अध्यापक हैं सभी उच्च शिक्षित और अशिक्षित हैं और कम वेतन पर राष्ट्रहित में बच्चों के विकास के लिए सतत प्रयासरत हैं। साथ ही उन्होंने कहा विद्यालय की जो कमियां हैं उनको तत्काल ही पूरा करने के लिए विद्यालय प्रबंध अपने स्तर से रणनीति बनाकर के प्रयास करेगा साथ ही कहा बच्चों के शैक्षिक उन्नयन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजनों के अलावा अभिभावकों के साथ भी नितांत सम्पर्क भी किया जाता है ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके छात्र हित में लगातार नए प्रयोग की जरूरत विद्यालय प्रशासन को उन्होंने कहा अनुशासन के साथ साथ शैक्षिक माहौल को बनाने में अभिभावक, शिक्षक, विद्यालय प्रबंध समिति की महत्वपूर्ण भूमिका है जिसके लिए हम सबका साझा प्रयास करने की जरूरत है ।
इसी क्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य ,अजीत सिंह जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि जब से मैंने विद्यालय मुखिया की भूमिका संभाली तब से लगातार मेरा प्रयास है सिर्फ बच्चों के बौद्धिक विकास, बच्चों के शैक्षिक स्तर, बौद्धिक स्तर में सुधार के लिए निरंतर विद्यालय के क्रियाकलापों में शामिल किया गया। साथ ही विभिन्न क्रियाकलापों में अभिभावकों के हस्तक्षेप को ही स्वीकार किया जा रहा है उन्होंने कहा हमारे सभी शिक्षक तन मन के साथ बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए निरंतर नवीन गुणवत्ता परक शिक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं ।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि 1 साल में हम बच्चों के शैक्षिक स्थिति के लिए नए कदम उठाने वाले हैं जिसके लिए लगातार प्रयास जारी है । जब से मैं आया हूं विद्यालय में कोई भी अभिभावक अपने बच्चों के सुद लेने के लिए तैयार नहीं है बच्चों के साथ अभिभावकों की भी निष्क्रियता है। जिसके लिए अभिभावकों को निरंतर सजग जागरूक होने की जरूरत है। मै विद्यालय से लगातार अपने स्तर से अभिभावकों को सूचनाएं आदान प्रदान कर रहा हूं और विद्यालय में संसाधनों का अभाव है जिसके लिए विद्यालय अपने स्तर से प्रबंध समिति के साथ मिलकर के संसाधनों की स्थिति को सुधारने के लिए निरंतर अथक प्रयास जारी है। जिसमें अभिभावकों और विद्यालय शिक्षकों का आपसी तालमेल भी आवश्यक है उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में हम विद्यालय का रिजल्ट शत-प्रतिशत रखना चाहते हैं उन्होंने अपनी प्रगति प्रस्तुत करते हुए बताया इस बार हाई स्कूल का रिजल्ट 90% रहा है और इंटर का रिजल्ट 75% जिस पर प्रधानाचार्य जी ने कहा कि यह अत्यंत नाराजगी ब्यक्त की है उन्होंने अपने पिछले अनुभवों को शेयर करते हुए कहा कि मैं हाई स्कूल के विद्यालय स्तर का प्रधानाचार्य रहा वहां पर मैंने प्रयास किया कि विद्यालय का रिजल्ट शत-प्रतिशत रहे और रहा है मै इस विद्यालय के विकास के लिए निरन्तर ठोस रणनीति के साथ अपनी टीम के साथ कार्य कर रहा हूं जिसमे सभी का सहयोग जरुरी है।
इस दौरान इस दौरान सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज घनसाली के प्रधानाचार्य ,श्री अजीत सिंह , श्री उदय सिंह पवार, प्रबंधक ,श्री केदार सिंह बर्टवाल अध्यक्ष, श्री राजेंद्र सिंह सजवान, श्री विशन सिंह कथैत, सतीश सेम वाल सदस्य, देवी प्रसाद भट्ट, आचार्य मोर सिंह रावत आचार्य ,रामविलास जी ,राकेश मोहन बंगवाल जी,केसर सिंह जी,मुकेश शाह ,जी,जय कृष्ण सिंह ,दिनेश पांडे जी,प्रदीप डंगवाल जी,विपिन जी ,संदीप रावत ,नारायण दत्त ,सत्य प्रकाश जी ,कृष्णा देवी आदि अध्यापक गण एवं विद्यालय के प्रबंध समिति के सदस्य अधिकारी, पदाधिकारी मौजूद रहे, साथी 200 से अधिक अभिभावक मौजूद रहे ।
कार्यक्रम का संचालन आचार्य मोर सिंह रावत जी द्वारा किया गया।