आयुष चिकित्साधिकारी भर्ती में भी धांधली का आरोप, सीएम से जांच की मांग
मोरी उत्तरकाशी के सर्वाधिक अभ्यर्थियों के चयन से लगा आरोप
हर भर्ती में लग रहे अनियमितता के आरोप, नए सिरे से परीक्षा करवाने की मांग
गोपेश्वर। उत्तराखंड आयुष बेरोजगार चिकित्साधिकारी संगठन ने मुख्य मंत्री पुष्कर धामी से मांग की है कि विगत २९ मई २०२२ को उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड द्वारा आयोजित आयुष चिकित्साधिकारी भर्ती परीक्षा की जांच करवाई जाए।
मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में उन्होंने कहा कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित वीडीओ/वीपीडीओ की प्रतियोगी परीक्षा में उच्च स्तर की धांधली हुई जिसकी वर्तमान में व्यापक स्तर पर जांच चल रही है। इसी तरह उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड/ आयोग द्वारा २९ मई २०२२ को एक पाली में आयोजित आयुष चिकित्सा अधिकारी चयन भर्ती परीक्षा भी संदेह के घेरे में है। इस भर्ती का रिजल्ट प्रश्नों के उत्तर सही होने के बाद भी उनके उत्तरों को आयोग द्वारा बदल कर उनका रिजल्ट जारी किया गया था। इससे सिद्ध होता है, इस भर्ती में भी अनियमितता हुई है और इस भर्ती का रिजल्ट आने के बाद से इसकी अनियमितता और मनमानी के खिलाफ उच्च न्यायालय उत्तराखंड में अनेक याचिकाएं दाखिल होना इसकी चयन प्रक्रिया को संदेह के घेरे में खड़ा कर रहा है।
पत्र में कहा गया है कि इस भर्ती में भी यही बात सामने आ रही है कि यहां भी मोरी और रंवाई क्षेत्र (उत्तरकाशी) के बीएएमएस अभ्यर्थियों का बड़े स्तर पर चयन हुआ है, और भर्ती घोटाले में पकड़े गए हाकम सिंह का भी इस भर्ती में भारी घपला करने की आंशका जताई जा रही है। लिहाजा अतिशीघ्र आयुष चिकित्साधिकारी
परीक्षा की उच्चस्तरीय जांच करवाने के आदेश पारित करें
और इस जांच में किसी प्रकार की कोई अनियमितता पाए जाने पर परीक्षा को पारदर्शिता के साथ पुनः करवाया जाए।