जो ईमानदारी से भर्ती परीक्षा पास हुए उनके साथ होगा इंसाफ: मुख्यमंत्री
भर्ती निरस्त होने के डर से अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल की सीएम से भेंट
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि अभी सरकार केवल परीक्षण करा रही है और किसी भी भर्ती को निरस्त करने का कोई निर्णय सरकार ने नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा है कि जिन अभ्यर्थियों ने पूरी ईमानदारी और अपनी मेहनत से यूकेएसएससी द्वारा कराई गई भर्ती परीक्षा पास की है, उन्हें निराश नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों में जहां भी गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त हो रही है वहां सरकार ने सख्त जांच के आदेश दिये हैं। कुछ मामले एसटीएफ को दिये गये हैं एवं कुछ पर विजिलेंस को नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि भर्ती घोटालों में किसी भी दोषी को भी नही बख्शा जायेगा।
मंगलवार को भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रवीन्द्र जुगरान के नेतृत्व में अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया की जो भी अभ्यर्थी मेहनत, परिश्रम, मैरिट के आधार पर ईमानदारी से चयनित हो कर आये हैं उनके साथ न्याय किया जाय और दोषीयों को कानूनी कार्यवाही अनुसार उनके अपराध के लिए दंडित किया जाय जिसमें भविष्य में पेपर लीक जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
उन्होंने सरकार द्वारा पेपर लीक प्रकरण में कार्यवाही की प्रशंसा करते हुए आस्त किया गया की वे भी गुनहगारों को पकड़ने में सरकार का पूरी शिद्दत से सहयोग करेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिनिधि मंडल को धैर्यपूर्वक सुनते हुए आस्त किया की सरकार उनके साथ पूरी तरह से न्याय करने के लिए प्रतिबद्ध और वचन बद्ध है। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से कहा की चयनित अभ्यर्थी शपथ पत्र के साथ सशर्त ज्वाईन करने के लिए तैयार हैं और बाल बराबर दोषी पाये जाने पर उनका टर्मिनेशन कर दिया जाय और भविष्य में ऐसे अभ्यर्थियों को किसी भी नौकरी में आवेदन करने से वंचित किया जाए।