ममता के गायब होने की हो सीबीआई जांच
ममता मामले पुलिस ने नहीं की ठीक से कार्यवाही
श्रीनगर। अंकिता हत्या कांड के बाद श्रीनगर नर्सरी रोड से तीन साल पूर्व गायब हुयी ममता बहुगुणा जोशी के गायब होने का मामला भी एक बार फिर जोर शोर से उठने लगा है। ममता के पिता राजाराम जोशी व भाई प्रदीप जोशी व उनके वकील चन्द्रभानु तिवाडी का कहना है कि तीन साल हो गये पर पुलिस उनकी लडकी का न तो शव खोज पाई और न लकडी को। उसके बावजूद पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट लगी दी। उनके पिता व भाई का स्पष्ट कहना है कि पुलिस द्वारा इस मामले को शुरू से ही हल्के में लिया गया।
उन्होंने कहा कि यह लडकी के गायब होने का अति संवेदनशील मामला है। इसलिये अब वे इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते है। ताकि दूध का दूध व पानी का पानी साफ हो जाय। ममता के पिता राजाराज जोशी व भाई प्रदीप जोशी ने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि उनकी बेटी ममता जोशी श्रीनगर नर्सरी रोड स्थित घर ससुराल से 25 नवम्बर 2019 से संदिग्ध परिस्थियों में गायब है। जिसकी रिपोर्ट 26 नवम्बर को ममता के दूसरे भाई दीपक जोशी ने श्रीनगर कोतवाली में लिखवाई। पर पुलिस ने शुरू से ही उक्त मामले को हल्के में लेते हुये इसमें ठोस जांच नहीं की।
उन्होंने ममता के गायब होने पर ससुराल पक्ष पति, जेठ व सास, ससुर के हाथ होने का भी संदेश व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि ममता के नदी में कूद कर आत्म हत्या का प्रश्न ही नहीं उठता। यदि व नदी में कूदी तो उसका शव मिलना चाहिये था। क्योंकि सर्दी में नदी में काफी कम रहता है। वहीं उन्होने कहा कि कई प्रश्न ऐसे है जो इस मामले को संदिग्ध बनाते है। ससुराल पक्ष पुत्र की चाह में ममता को प्रताडित भी करते थे।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस ममले में शुरू से ही ठोस कार्यवाही नहीं की।
कहा कि पुलिस पर राजनीतिक दबाव भी डाला गया तभी पुलिस ने इस मामले को हल्के में लिया। अब कोर्ट ने भी इस मामले की दुबारा जांच के आदेश दे दिये है। ममता के पिता व भाई ने कहा कि ममता बहुगुणा जोशी के गायब होने की सीबीआई जांच होनी चाहिये। पत्रकार वार्ता में दीपक भंडारी, उपासना भट्ट, शालनी भट्ट आदि उपस्थित थे।