भ्रष्टाचार पर धामी सरकार का एक और प्रहार: निलंबित अधिकारी बर्खास्त
राज्य कर अधिकारी अनिल कुमार की सेवाएं समाप्त
देहरादून। भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर इन दिनों धामी सरकार एक्शन में है। भर्तियों में गड़बड़झालो को लेकर जहां दलाल और नकल माफिया व अधिकारियों की गिरफ्तारियां कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है, वही आज राज्य कर विभाग के निलंबित एक अधिकारी अनिल कुमार को सरकारी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
रिश्वत मांगने के मामले में निलंबित चल रहे राज्य कर अधिकारी अनिल कुमार की बर्खास्तगी के आदेश राज्यकर आयुक्त अहमद इकबाल द्वारा आज जारी कर दिए गए हैं। इस आदेश में कहा गया है कि राज्य कर अधिकारी के खिलाफ यह कार्यवाही उत्तराखंड सरकारी सेवक अनुशासन एवं अपील नियमावली 2003 यथा संशोधित 2010 के नियम 3 के तहत की गई है। उल्लेखनीय है कि अनिल कुमार को निलंबित करने के बाद उन्हें कार्यालय आयुक्त राज्य कर हल्द्वानी से अटैच कर दिया गया था। इस आदेश के बाद उन्हें आज सरकारी सेवा से हटा दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि 15 फरवरी 2020 को हरियाणा नंबर के एक वाहन को यूपी उत्तराखंड की सीमावर्ती चौकी आशा रोड़ी पर पकड़ा गया था और वाहन चालक से रिश्वत मांगी गई थी।
वाहन चालक द्वारा इसकी शिकायत मुख्यमंत्री के पोर्टल पर की गई थी जिसका संज्ञान लेते हुए संयुक्त आयुक्त हरिद्वार अजय कुमार को इस मामले की जांच सौंपी गई थी। इस जांच में अनिल कुमार को दोषी पाए जाने की पुष्टि की गई और राज्य कर अधिकारी अनिल कुमार को निलंबित करते हुए उन्हें हल्द्वानी कार्यालय राज्य कर अटैच कर दिया गया था। आज राज्यकर आयुक्त द्वारा जारी किए गए आदेश में उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सीएम धामी ने अभी यूकेएसएसएससी के पूर्व चेयरमैन सहित तीन अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद कहा था कि उन्होंने केदार बाबा की सौगंध ली है किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा अपनी भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर चलते हुए आज फिर एक अधिकारी को बर्खास्त किया जाना इस दिशा में उठाया गया एक और कदम है।