एएनएम व नर्सिग स्टाफ के रिक्त पदों पर भर्ती जल्द: स्वास्थ्य मंत्री
अंतरराष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस पर दून में कार्यक्रम आयोजित
बेहतर कार्य करने वाले एएनएम व सीएचओ का हुआ सम्मान
देहरादून । स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता में है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को आधुनिक सुविधाओं से जोड़कर सीएचओ, एएनएम व आशा वर्कर की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। कहा कि स्वास्थ्य विभाग में एएनएम व नर्सिग स्टाफ के रिक्त पदों को अगले तीन माह के भीतर भर दिया जाएगा, ताकि प्रत्येक व्यक्ति को सुभल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह बात सोमवार को एनएचएम के तत्वावधान में सव्रे चौक स्थित आईटीडीए सभागार में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आज समूचे वि में स्वास्थ्य कवरेज को लेकर चिंतन चल रहा है। इसी परिलक्ष्य को लेकर भारत सरकार भी पूरे देश में आम लोगों तक वेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिये निरंतर प्रयासरत है। जिसके अंतर्गत गत 10 व 11 दिसंबर को स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधना में यूपी के वाराणसी में दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें देशभर के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ ही 900 से अधिक सीएचओ ने प्रतिभाग किया।
इसी क्रम में आज उत्तराखंड सहित वि भर में अंतरराष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस मनाया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य के गरीब, असहाय, वंचित व अंतिम छोर पर बसे प्रत्येक व्यक्ति तक बेहतरस्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस कार्य को ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में तैनात आशा वर्कर, सीएचओ व एएनएम बेहतर ढंग से कर सकते हैं। जिसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार प्रदेशभर के हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों को उच्चीकृत करते हुए सभी आधुनिक सुविधाओं से जोड़ेगी।
उन्होंने कहा कि आगामी 10 जनवरी तक वह स्वयं विभागीय अधिकारियों, स्वास्थ्य सचिव, स्वास्थ्य महानिदेशक, एनएचएम निदेशक व राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ के साथ प्रत्येक जनपद में जाकर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करेंगे। जिसके अंतर्गत मेडिकल कालेजों, चिकित्सा इकाईयों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों, आयुष्मान भारत योजना, एनएचएम की योजनाओं आदि की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, एएनएम व अन्य कार्मिकों की समस्याएं भी सुनेंगे। बताया कि जनवरी पहले सप्ताह में दो दिवसीय स्वास्थ्य चिंतन शिविर का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, एम्स के विशेषज्ञ आदि भी प्रतिभाग करेंगे।
इस अवसर पर नगर निगम देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया जा रहा है, जिससे आम लोगों को सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो रही है। कहा कि आयुष्मान कार्ड बनाने में कुछ दिक्कते आ रही है जिन्हें शीघ्र दूर किया जाना चाहिए। प्रभारी स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि राज्य में टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के हजारों लोगों को मिल रहा है। इस सेवा को मेडिकल कालेजों के विशेषज्ञ चिकित्सकों से जोड़ते हुए और प्रभावी बनाया जा रहा है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी व टिहरी गढ़वाल के दो दर्जन से अधिक अटल आयुष्मान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को सराहनीय कार्य एवं योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन एनएचएम के विधि परामर्शी सुशील पुरोहित ने किया। स्वास्थ्य निदेशक डा. भारती राणा, एनएचएम की निदेशक डा. सरोज नैथानी समेत तमाम विभागीय अधिकारी व जनपदों से आए एएनएम, सीएचओ व आशा वर्कर भी मौजूद रही।