आरोपितों से सात लाख की नकदी व बैंकों के ब्लैंक चेक बरामद
हरिद्वार। लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 2021-22 जेई-एई की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक मामले में एसआईटी ने पेपर लीक में तीन और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से सात लाख रुपये नकद व अलग-अलग बैंकों के ब्लैंक चेक बरामद हुए है। पकड़े गए आरोपित पटवारी पेपर लीक में भी शामिल हैं। एक आरोपित को एसआईटी तलाश कर रही है।
जेई-एई पेपर लीक मामले में एसआईटी ने कनखल थाने में नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच करते हुए एसआईटी ने प्रकरण में शामिल तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों से सात लाख रुपये नकद व अभ्यर्थियों से गारंटी के तौर पर लिए गए अलग-अलग बैंकों के ब्लैंक चेक बरामद हुए। लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित पटवारी परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद सुर्खियों में आने के बाद एसआईटी ने जांच शुरू की तो आयोग की जेई-एई परीक्षा में भी घोटाला पकड़ में आया। अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर सरकारी नौकरी की गारंटी भरने वाले गिरोह में शामिल आयोग के जिम्मेदार पद में बैठे अधिकारी भी थे।
एसएसपी ने बताया कि एसआईटी आयोग में पटवारी पेपर लीक प्रकरण की जांच कर रही है। जांच में कुछ ऐसे तथ्य मिले जिसमें पूर्व में हुई परीक्षा में इसी गिरोह के तार जुड़े थे। एसआईटी ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया। इनमें संजीव कुमार पुत्र वैद्यनाथ, नितिन चौहान पुत्र ब्रrापाल व सुनील सैनी पुत्र ज्ञानचंद सैनी शामिल हैं। संजीव कुमार ने पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त संजीव चतुव्रेदी से जेई-एई पेपर लीक किये जाने के एवज में 28 लाख रुपये लिये थे। नितिन व सुनील ने भी कई अभ्यर्थियों को एकत्रित कर इसमें मुनाफा कमाया था। संजीव कुमार से 4.50 लाख रुपये की नकदी एक ब्लैंक चेक व एक मोबाइल फोन, नितिन से 1.30 लाख रुपये व चार ब्लैंक चेक छात्रों व सुनील सैनी से 1.20 लाख रुपये बरामद हुए। जेई-एई पेपर लीक प्रकरण में नामजद आरोपितों में पांच आरोपित पटवारी पेपर लीक प्रकरण में पहले ही जेल में बंद है।