G-KBRGW2NTQN आज तीन दिवसीय बसंत पंचमी कौथिक का हुआ समापन – Devbhoomi Samvad

आज तीन दिवसीय बसंत पंचमी कौथिक का हुआ समापन

सत्यप्रकाश ढौंडियाल

घनसाली/टिहरी गढ़वाल। घनसाली में आयोजित तीन दिवसीय बसंत पंचमी कौथिक 2023 का आज समापन हो गया ।आज मेला में घनसाली के विधानसभा के विधायक शक्ति लाल शाह के द्वारा समापन उद्बोधन में कहा गया मेला हमारी लोक वैचारिक परंपरा का संगम है उन्होंने जनजागृति लोक संरक्षण समिति घनसाली टिहरी गढ़वाल के कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित बसंत मेले पर सबको नए साल की शुभकामनाओं के साथ सर्व जनमानस का धन्यवाद ज्ञापित किया उन्होंने कहा देवभूमि उत्तराखंड में विभिन्न तरह की परंपराएं लोक संस्कृति रीति रिवाज खानपान और वृहद प्रकार की लोकसंस्कृति की झलक को आप इस तरह के कौथीको में देखने को मिलती और कहा कि सरकार विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक मेलों के संरक्षण के लिए प्रयास और वचनबद्ध है ।कहा कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष मेले का आयोजन बहुत ही भव्य और दिव्य साथ हुआ जिसमे स्थानीय कलाकारों के साथ बीर भाड़ माधो सिंह भंडारी नाटक के द्वारा उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणी बडोनी के सांस्कृतिक कार्यों को और इस क्षेत्र की विभिन्न पौराणिक लोक संस्कृतिक संगीत से जुड़े लोग कलाकारों को भी सहृदय याद करते हुए उन्होंने इस तरह का कार्यक्रम को वर्ष 2003 में भी संचालित करने वाले विभिन्न सामाजिक संगठनों और सांस्कृतिक संगठनों को भी याद करते हुए उन्होंने महादेव नौटियाल एवं स्वर्गीय वचन देई एवं शिवचरण समवेदी को भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लोक विधा की महान हस्तियों याद किया। उन्हीं की प्ररेणा
का परिणाम है कि आज इस मेले के आयोजन में ओमप्रकाश पुजवान और टीम के द्वारा इस तीन दिवसीय मेले के आयोजन में क्षेत्र के लोगों को एक मंच पर लाने का काम किया जो अत्यंत सराहनीय हैं। घनसाली विधायक शक्ति लाल शाह ने कहां मेले के लिए मैं अपनी विधायक निधि से एक लाख रुपय आयोजक समिति को देने की घोषणा की है। और कहा कि हम रहें या न रहे यह आयोजन निरंतर होना जरूरी है अगले वर्ष नगर पंचायत घनसाली की तत्वधान में मेला किया जाएगा।
आपको बता दें इस वसन्त पंचमी कोथिक के द्वारा विभिन्न पार्टियों के , दलों के ,विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों को भी एक साथ एक मंच साझा करने का मौका मिला जो घनसाली की जनता के लिए हर्ष और एकता का विषय है ।और उनके द्वारा क्षेत्र के विकास में गति संभव हैं।

इस मौके पर पूर्व विधायक भीम लाल आर्य ने कहा कि लोक संस्कृति हमारी पौराणिक इतिहास और समृद्धशाली दर्शन और संस्कृति दर्शन को दर्शाती है वीर भड़ माधो सिंह भंडारी के बलिदानों को याद दिलाती है और हमारी आने वाली नई पीढ़ी को हमारे पौराणिक इतिहास और लोक संस्कृति की पहचान दिलाती है उन्होंने कहा कि मेले हमारे पौराणिक रीति रिवाज और सांस्कृतिक हैं । के विकास के लिए और उन्होंने कहा कि घनसाली में बस अड्डा का निर्माण तत्काल प्रभाव से होना आवश्यक है।
इस कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा मंत्रमुग्ध कर देने वाले नृत्य गायन के साथ विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए प्रबुद्ध कवियों के द्वारा अपना कविता पाठ गढ़वाली में प्रस्तुत दी है जो अत्यंत ही मनमोहक एवं गढ़वाल क्षेत्र की रीति रिवाज खेत खलियान और पौराणिक दृश्य को दर्शाने में अत्यंत मन मोहक रही इस दौरान सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज , राजकीय इंटर कॉलेज घुमेटीधार, इंटर कॉलेज बहेड़ा धनसाली, ब्राइट लैंड पब्लिक स्कूल, सनशाइन जूनियर हाई स्कूल ,सरस्वती शिशु मंदिर घनसाली की बालिकाओं के द्वारा अत्यंत रोचक सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुतियां दी । नंदा देवी राजजात की प्रस्तुति दी ।
जिसे उपस्थित दर्शकों ने ग्रुप है विभिन्न क्षेत्रों से उपस्थित कवियों के द्वारा अपनी कविता पाठ गढ़वाली में प्रस्तुतियां दी इस कविता पाठ मे मुख्य कबि मुरली दीवान , कवित्री साक्षी बडोनी, बेली राम कंसवाल, मधुर बादनी तिवारी, हरीश बडोनी ,मनोज रमोला ,विक्रम कपरवाण आदि के द्वारा गढ़वाली कविताओं की सुमधुर प्रस्तुतियां दी गई।
तीन दिवसीय बसंत पंचमी कौथिक 2023 के समापन के दौरान मुख्य अतिथि शक्ति लाल शाह रहे, कार्यक्रम की अध्यक्षता वसुमति घणाता प्रमुख भिलंगना , विशिष्ट अतिथि भीम लाल आर्य पूर्व ,विधायक घनसाली ,कनिष्ठ प्रमुख चंद्रमोहन नौटियाल ,जय वीर मियां, राजकुमार ,गोविंद सिंह रावत ,निदेशक डीसीबी अनिल चौहान , गंगा सिंह , यशपाल पवार ,सुरजित सिंह रावत ,रिमादेवी घनसाली के सभी सभासद गण मौजूद रहे मेला समिति के संरक्षक कमल सिंह सजवान ,सुंदर सिंह कढैत एवं कई प्रबुद्ध एवं गणमान्य लोग समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश भुजवान और मेला समिति सदस्य मौजूद रहे।

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