उत्तराखंड में सात शहरों में होगी अग्निवीर भर्ती परीक्षा
परीक्षा के लिए गढ़वाल में तीन और कुमाऊं में बनाए गए चार सेंटर
शारीरिक परीक्षा से पहले आयोजित होगी संयुक्त लिखित प्रवेश परीक्षा
अभ्यर्थी 15 मार्च तक करा सकते ऑनलाइन पंजीकरण
देहरादून। उत्तराखंड में सेना की अग्निवीर भर्ती परीक्षा सात शहरों में होगी। इनमें गढ़वाल मंडल में देहरादून, रुड़की व पौड़ी और कुमाऊं मंडल में नैनीताल, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा व हल्द्वानी में परीक्षा होगी। इस बार अग्निवीर भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षण से पहले कंप्यूटर बेस्ड ऑनलाइन संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईई) आयोजित होगी। यह जानकारी सेना भर्ती कार्यालय लैंसडाउन के निदेशक कर्नल मुनीष शर्मा ने दी है। खास बात यह कि 10वीं व 12वीं कक्षा के अपीयरिंग अभ्यर्थी भी भर्ती परीक्षा के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। बशत्रे कि चयन प्रक्रिया पूरी होने पर उन्हें दसवीं कक्षा उर्तीण का प्रमाण पत्र दिखाना होगा।
सोमवार को उत्तराखंड सब एरिया मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में भर्ती निदेशक कर्नल शर्मा ने अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में हुए बदलाव की जानकारी दी। बताया कि सेना में बतौर अग्निवीर भर्ती होने वाले इच्छुक अभ्यर्थी आगामी 15 मार्च तक सेना की आधिकारिक वेबसाइट ‘ज्वाइनइंडियनआर्मी’ पर अपना ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। वे किसी भी राज्य में जहां अस्थायी रूप से रह रहे हैं वहां अपनी सुविधानुसार केंद्र चुनकर लिखित परीक्षा दे सकेंगे। लिखित परीक्षा ऑनलाइन होगी। अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्रों के पांच विकल्प मिलेंगे, जिसमें से कोई एक आवंटित हो जाएगा। अलबत्ता, लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को शारीरिक दक्षता परीक्षा और मेडिकल टेस्ट के लिए अपने गृह राज्य में ही जाना होगा।
उन्होंने बताया कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा कंप्यूटर आधारित परीक्षा है। अभ्यर्थियों को परीक्षा के स्वरूप से वाकिफ कराने के लिए मॉक टेस्ट की भी व्यवस्था की गई है। उम्मीदवार वेबसाइट के माध्यम से मॉक टेस्ट भी दे सकते हैं। लिखित परीक्षा की मेरिट के आधार पर उम्मीदवार को भर्ती रैली के लिए निर्धारित स्थानों में बुलाया जाएगा। जिसके लिए अलग से प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे, जिसको रैली स्थल पर साथ लाना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि भर्ती रैली की प्रक्रिया या मानकों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, सिर्फ फाम्रेट परिवर्तित किया गया है। बताया कि अंतिम मेरिट ऑनलाइन टेस्ट, शारीरिक दक्षता परीक्षा व मेडिकल के आधार पर बनेगी। सेना के जनसंपर्क अधिकारी ले. कर्नल मनीष श्रीवास्तव भी इस दौरान मौजूद रहे।