भारतीयों पर हमले के बाद उत्तराखंड में नेपाल से सटे क्षेत्र में प्रशासन अलर्ट
चंपावत। बिहार की सीतामढ़ी पर नेपाल की आर्म्ड पुलिस फोर्स की तरफ से चली गोली से एक भारतीय की मौत हो गई थी। जिसके बाद उत्तराखंड के चंपावत जिले के इंडो-नेपाल बॉर्डर पर प्रशासन अलर्ट हो गया है। जिले की 90 किलोमीटर सीमा इंडो-नेपाल बॉर्डर से लगी हुई है। बिहार बॉर्डर पर हुई गोलीबारी की घटना के बाद पंचेश्वर, चूका, बूम, टनकपुर, बनबसा में पुलिस खुफिया तंत्र के साथ एसएसबी अर्लट है। हालांकि जिले के पुलिस कप्तान लोकेश्वर सिंह के अनुसार हालात सामान्य हैं। सभी विभाग अपने उच्च अधिकारियों के संपर्क में बने हुए हैं। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। ऐतिहात के तौर पर उत्तराखंड से लगे बार्डर के इलाकों पर अलर्ट जारी किया गया है।
बंधक बनाए गए भारतीय नागरिक को नेपाल पुलिस ने छोड़ दिया है। बताया जा रहा है कि इस मामले को स्थानीय स्तर पर ही सुलझा लिया गया। इसमें बिहार के सीतामढ़ी की जिलाधिकारी के साथ एसपी और स्थानीय एसएसबी के अफसरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। नेपाल पुलिस द्वारा रिहा किए गए लगन राय ने बताया कि उनका बेटा नेपाल की सीमा में था और वह ससुराल के परिजनों से मिलने नेपाल के सरलाही में गया। लगन राय ने कह कि मेरे लड़के ने बताया कि समधियाने से लोग आए हैं, तो मैं भी चला गया। इसी क्रम में बेटे ने बताया कि उसे नेपाल पुलिस ने मारा है। मैंने नेपाल पुलिस से बस इतना कहा कि अपने ससुरालवालों से मिलने आया है, आपको नहीं मारना चाहिए था। इस पर कुछ बहस हुई जिसके बाद से ही नेपाल पुलिस उग्र हो गई और थाने से कुछ सिपाहियों को बुलवा लिया और अचानक 5-7 फायरिंग कर दी। इसमें एक की मौत हो गई।