नशा मुक्त उत्तराखंड बनाने का संकल्प लिया
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देहरादून। उत्तराखंड टोबैको फ्री कोएलिशन के 11वें अधिवेशन में विभिन क्षेत्रों के दिग्गजों ने तंबाकू मुक्त एवं नशा मुक्त उत्तराखंड बनाने पर मंथन किया। शनिवार को निरंजनपुर मंडी के समीप एक होटल में आयोजित बैठक में बालाजी सेवा संस्थान के कार्यकारी निदेशक को उत्तराखंड के तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
यूटीएफसी के सचिव प्रदीप आनंद ने बताया कि बालाजी सेवा संस्थान को वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने वर्ल्ड नो तंबाकू डे अवार्ड 2023 से नवाजा है ये हम सभी के लिए गर्व की बात है। बालाजी टीम के सभी सदस्यों को यूटीएफसी ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया। यह पुरस्कार बालाजी सेवा संस्थान को लगभग एक दशक से उत्तराखंड राज्य में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के कार्यान्वयन के माध्यम से तम्बाकू नियंत्रण नीतियों को मजबूत करने के अपने अथक प्रयास को सम्मान देने के लिए प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में सलाम मुंबई फाउंडेशन ने राष्ट्रीय बाल परिषद में भाग लेने वाली आशी पIल को भी सम्मानित किया। इस अधिवेशन में यूटीएफसी के अध्यक्ष अनिल अग्नहोत्री ने उत्तराखंड को तम्बाकू मुक्त बनाने में सहयोग का आह्वान किया। इस दौरान अगले एक वर्ष के लिए सर्वसम्मति से प्रेम तनेजा को नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
वर्तमान अध्यक्ष श्री तनेजा ने कहा की तम्बाकू उत्पाद सभी नशे के जड़ है बच्चे तंबाकू से शुरुआत करते है उसके बाद अन्य नशा के भी आदि हो जातें है। बालाजी सेवा संसथान के अवधेश कुमार ने बताया की बिना तंबाकू नियत्रण के नशा मुक्त उत्तराखंड बनाना संभव नहीं है उन्होंने उत्तराखंड में तंबाकू वेंडर लाइसेंस लागू करने की वकालत की। देश के कई राज्यों में इस पर काम हो रहा है ।
राज्य के मेधावी युवाओ को बचने के लिए तम्बाकू मुक्त युवा बनाना आज के समय की मांग है अवधेश कुमार, ने तंबाकू नियंत्रण कानून-सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा) 2003 के बारे में जानकारी देते हुए बतया की कोटपा 2003 कानून के तहत सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने, खुलेआम तंबाकू से संबंधित सामग्री बेचने पर कार्रवाई की जाती है।
गोष्ठी में डॉ विमल नौटियाल , अजित सिंह तोमर, डॉ ज्योत्सना , तरुण अग्रवाल आदि वक्ताओं ने अपने विचार रखें ।