G-KBRGW2NTQN 394 प्रत्याशियों के सियासी भाग्य का फैसला मतपेटियों में बंद – Devbhoomi Samvad

394 प्रत्याशियों के सियासी भाग्य का फैसला मतपेटियों में बंद

छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण व निर्विघ्न हुआ संपन्न
शनिवार 25 जनवरी को खुलेगा पिटारा, बढ़ रही प्रत्याशियों की धड़कन
देहरादून। सौ वाडरे वाले प्रदेश के सबसे बड़े नगर निगम देहरादून में मेयर और पाषर्द पद के लिए भाग्य आजमा रहे 394 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला बृहस्पतिवार को मतपेटियों में बंद हो गया है। यहां पर मेयर पद के लिए 10 प्रत्याशी अपना सियासी भाग्य आजमा रहे हैं, जबकि पाषर्द पद के लिए 384 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। आज सुबह आठ बजे से देर रात तक हुई वोटिंग में शहर के वोटरों ने अपना फैसला सुना दिया है। अब शनिवार 25 जनवरी को होने वाली मतगणना के बाद साफ होगा कि शहर का सरताज कौन बना और सियासी मैदान में किसको हार का सामना करना पड़ा।

नगर निगम देहरादून सहित प्रदेश के 100 नगर निकायों के लिए मतदान बृहस्पतिवार को हुआ है। बात अगर नगर निगम देहरादून के अंतर्गत आने वाले सौ वाडरे की करें तो यहां पर सुबह से ही मतदाताओं ने अपने नजदीकी मतदान केंद्रों के लिए रूख कर लिया था। वातावरण में कड़ाके की ठंड के बाद भी सुबह आठ बजने तक पोलिंग बूथों के बाहर वोटरों की कतार लगनी शुरू हो गई। मतदान केंद्र चाहे शहरी क्षेत्र का हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र का, सभी जगह शुरुआती घंटों में ही मतदाताओं में वोटिंग को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। पहले दो घंटे के अंतर्गत यहां पर मतदान का प्रतिशत आठ फीसद के लगभग रहा। इसके बाद जैसे ही सूर्यदेव की चमक तेज होने लगी तो मतदाता भी ज्यादा संख्या में अपने घरों से बाहर निकले।

दोपहर 12 बजे तक यानी पहले चार घंटों मे नगर निगम देहरादून के सौ वाडरे में मतदान का प्रतिशत बढ़कर 20 तक पहुंच गया। हालांकि इस दौरान तमाम मतदान केंद्रों पर अव्यवस्थाएं भी देखने को मिली। रायपुर विस क्षेत्र के अतंर्गत केशरवाला बूथ पर कुछ मतदाताओं ने चुनाव का बहिष्कार भी किया। मतदाता उनके क्षेत्र में सड़क का निर्माण नहीं होने से नाराज थे। बाद में जिला निर्वाचन अधिकारी सविन बंसल ने मौके पर पहुंचकर मतदाताओं से बात की और गंभीरता से उनकी बात सुनी, जिसके बाद मतदान प्रक्रिया शुरू हुई।

वहीं, अधिकांश मतदान केंद्रों में वोट देने के लिए पहुंचे वोटरों में नाराजगी इस बात को लेकर भी रही कि, वोटर लिस्ट से उनके नाम गायब थे। एक, दो या तीन नहीं, बल्कि लगभग सभी वाडरे से इस तरह की शिकायत मतदाताओं ने की है। उनका कहना था कि पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपना वोट कास्ट किया, पर इस बार सूची में उनका नाम ही नहीं है। आरोप लगाया कि पूरे परिवार के सदस्यों का नाम ही वोटर लिस्ट से काट दिया गया है। इस बात को लेकर पोलिंग बूथों के बाहर हंगामा भी हुआ। कुल मिलाकर छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शहर में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने की सूचना है।

अधिकांश मतदान केंद्रों पर शाम पांच बजे बाद भी मतदाताओं की लंबी कतारें लगी हुई थी। क्योंकि मतदान के लिए राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित पांच बजे तक जितने वोटर मतदान केंद्र के अंदर पहुंच गए थे, देर रात उन्हें मतदान करने का मौका दिया गया। बहरहाल, नगर निगम देहरादून में इस बार नया बोर्ड किसका गठन होगा और कौन इसका सरताज बनेगा, यह तो 25 जनवरी को होने वाली मतगणना के बाद ही पता चलेगा। पर इससे पहले आज शहर के मतदाताओं ने अपने वोट का प्रयोग कर चुनाव मैदान में खड़े 394 प्रत्याशियों के सियासी भाग्य का फैसला कर दिया है।

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