पुलिस को चकमा देकर इनामी पाषर्द ने किया सरेंडर
कानूनगो के साथ मारपीट मामले में है मुख्य आरोपित
पाषर्द के सरेंडर करने से उठ रहे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल
रुड़की। कानूनगो मारपीट मामले में फरार चल रहे पच्चीस के इनामी पाषर्द सचिन चौधरी ने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। आरोपित पाषर्द द्वारा कोर्ट में सरेंडर कर दिए जाने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
जुलाई माह के दूसरे हफ्ते में मूसलाधार बारिश हुई थी। जिसके चलते शहर के विभिन्न स्थानों पर जलभराव हो गया था। इनमें शहर का साउथ सिविल लाइन भी शामिल था। सोलह जुलाई की देर शाम को प्रशासनिक अधिकारी टीम के साथ साउथ सिविल लाइन पहुंचे थे। इस दौरान कानूनगो विजेंद्र सिंह व निगम पाषर्द सचिन चौधरी के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। आरोप है कि पाषर्द ने अपने साथियों के साथ मिलकर कानूनगो के साथ मारपीट की थीं।जिसके बाद कानूनगो ने पाषर्द व उसके साथियों के खिलाफ सिविल लाइन कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।
साथ ही पाषर्द की गिरफ्तारी को लेकर कानूनगो व लेखपाल कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए थे। इस मामले में पुलिस ने पाषर्द के तीन साथियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन पाषर्द सचिन चौधरी का कोई सुराग नहीं लग पा रहा था। जिस पर पुलिस कप्तान ने फरार पाषर्द पर पच्चीस हजार का इनाम घोषित किया था। कोर्ट ने भी फरार पाषर्द के गैर जमानती वारंट जारी किए थे। जिलाधिकारी व एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद लेखपाल व कानूनगो ने धरना समाप्त कर दिया था।
पुलिस के साथ प्रशासन ने भी फरार इनामी पाषर्द पर शिंकजा कसना शुरू कर दिया था। एचआरडीए ने फरार पाषर्द के कांपलेक्स व बिना नक्शा पास कराए बनाए जा रहे निर्माण कायरे को सील कर दिया था। पिछले दिनों पुलिस ने मुनादी कराकर पाषर्द के आवास पर कुर्की वारंट भी चस्पा कर दिया था।
पुलिस घटना के बाद से ही फरार आरोपित को दबोचने के लिए उसके संभावित ठिकानों पर दबिश देने का दावा करती आ रही थी, लेकिन पाषर्द पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया था। बताया गया है कि सोमवार को पच्चीस हजार के इनामी पाषर्द ने पुलिस को चकमा देकर न्यायालय में सरेंडर कर दिया है। इनामी पाषर्द द्वारा कोर्ट में सरेंडर कर दिए जाने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।