राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जन जाति विकास परिषद द्वारा विस चौक पर पुतला दहन
देहरादून। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जन जाति विकास परिषद उत्तराखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष प्रेम सिंह ने बताया कि रात के अंधेरे में लोक सभा चुनाव 2024 के परिणाम की पूर्व संध्या में परम पूजय बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर संविधान निर्माता की ऐतिहासिक प्रतिमा को लोक सभा के सचिवालय के महा सचिव के द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के हटाकर पूराने ससंद भवन की ओर स्थानान्तरित कर दी गयी है। लोकसभा सचिवालय के महा सचिव ने इस अनैतिक कर्तव्य से बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर के अनुयायों की भावना को ठेस पहुंचाई गयी है जिसके विरोध में सभी संगठन की ओर से इस घटना की घोर ¨नदा करते हैं।
देहरादून में ही नहीं पूरे देश में भाजपा सरकार का विरोध किया जा रहा है। संगठन राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण मांगरिया के निर्देशानुसार उत्तराखण्ड में प्रदेश अध्यक्ष प्रेम सिंह के नेतृत्व में सेकड़ों लोग इक्कठा होकर विधानसभा चौक पहुंचे और भाजपा सरकार की गलत नितियों को देखते हुए संगठन के लोगों ने भाजपा सरकार का पुतला दहन किया।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति विकास परिषद के राष्ट्रीय सचिव जीआर जायसवाल ने कहा कि भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा पूर्व में भी कहा था कि अगर देश में भाजपा की सरकार बनती है तो संविधान को बदल दिया जायेगा। सरकार बनते ही इन्होने सबसे पहले संसद भवन से बावा साहब की प्रतिमा को हटा दिया जिससे दलित समाज की भावनाओं को दु:ख पंहुचा है। जायसवाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में नेता प्रतिपक्ष यसपाल आर्य दलित समाज के बड़े नेता है विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे को नेता प्रतिपक्ष व दलित समाज के विधायकों द्वारा बोला जाये और हम सभी संगठन के माध्यम से मांग करते हैं कि संसद भवन में संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा को उसी स्थान स्थापित किया जाये। अन्यथा संगठन पूरे भारत में विरोध प्र्दशन करने को बाध्य होगा।
इस पुतला दहन कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया पूरा विधानसभा क्षेत्र संविधान निर्माता बाबा साहब ड भीमराव अंबेडकर के जय भीम जय भीम के नारों से गूँज उठा। देहरादून विधानसभा क्षेत्र में पुलिस ने हमें पुतला फूंकने से रोका पुलिस से नोकझोंक हुई लेकिन लोगों ने पुतले को आग के हवाले कर दिया। प्र्दशन करने वालों में महामंत्री एडवोकेट जेपी उपाध्यक्ष अनिल वर्मा, सचिव राकेश वर्मन, महानगर अध्यक्ष लक्ष्मी उपाध्यक्ष सव्रेरी सैनी, तरुण वर्मा, बंटी, लक्ष्मी, कामिनी, विमला, रीना, उषा देवी, सुमन, सोनू, नितिन, सुनील कुमार, दीपक कुमार, राकेश कुमार, दीपा, अनिता रानी, रूपा देवी, मेहर सिंह आदि मौजूद थे।