वर्चुअल रैली में न बुलाने पर किशोर खफा
देहरादून। भाजपा की तर्ज पर कांग्रेस ने भी वर्चुअल रैलियां करना शुरु कर दिया है। पहली रैली नैनीताल जिले की हुई। पार्टी नेताओं का दावा है कि कोरोना काल में घर-घर जाकर जन संपर्क या बैठकें करना संभव नहीं है, लिहाजा वर्चुअल रैली कर आम लोगों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और कांग्रेस पदाधिकारियों की समस्याएं सुनी जा रही हैं। ताकि मुख्य विपक्षी दल होने के नाते इसे सही फोरम पर उठाया जा सके। कुल मिलाकर रैली का मकसद कांग्रेस में नई जान फूंकना है लेकिन यह शुरुआत होते ही इस पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने इस पर अपनी खुलकर नाराजगी जता दी है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की इन बड़े अरमानों वाली वर्चुअल रैली की हवा खुद कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने निकाल दी है। किशोर ने एक अपने ट्विटर अकाउंट में इस रैली में खुद को न बुलाए जाने पर नाराजगी जाहिर की। किशोर ने ट्वीवर पर लिखा है कि .मुझे जानकारी मिली है कि कांग्रेस ने वर्चुअल के माध्यम से बैठकों का आयोजन किया है, जिसकी मुझे कोई सूचना नहीं दी गई है।
यही नहीं किशोर उपाध्याय ने कांग्रेस नेता अहमद पटेल राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रभारी अनुराग नारायण सिंह, सह प्रभारी राजेश धर्माणी, पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश को भी सूचना देने के मकसद से अपनी नाराजगी वाली पोस्ट को टैग किया है। पूर्व पीसीसी चीफ, किशोर उपाध्याय ने कहा कि वर्चुअल रैली के लिए निमंत्रण तो दूर उन्हें इसकी सूचना तक नहीं थी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने घर बैठे-बैठे प्रदेश के 5000 कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ टेलीफोन से बात की।