जन अधिकार मंच की नई कार्यकारिणी का गठन
रुद्रप्रयाग। जन अधिकार मंच (पंजी.त) की नई कार्यकारिणी का विधिवत गठन कर दिया गया है। सर्वसम्मति से मंच में अध्यक्ष पद का दायित्व पुन: मोहित डिमरी और महामंत्री अशोक चौधरी को सौंपा गया।
प्राथमिक शिक्षक संगठन के पूर्व जिलाध्यक्ष और मंच के वरिष्ठ सदस्य मगनानंद भट्ट की अध्यक्षता में हुई बैठक में जन अधिकार मंच (पंजी.त) की नई कार्यकारिणी का चुनाव सर्वसहमति से किया गया। इससे पूर्व बैठक में चुनाव को लेकर चर्चा हुई। जिसमें तय किया गया कि निर्वाचन के बजाय आपसी सहमति से चुनाव संपन्न किये जाएं। मंच की कार्यकारिणी और संरक्षक मंडल में अध्यक्ष सहित कुल 26 पदों के किये चुनाव होने थे। जिसमें 11 पदों के लिए चुनाव हुए। इस मौके पर सर्व सहमति से मोहित डिमरी को पुन: मंच का अध्यक्ष बनाया गया। जबकि महामंत्री पद पर अशोक चौधरी को नामित किया गया। कोषाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी कृष्णानंद डिमरी को सौंपी गई। उपाध्यक्ष पद पर तरुण पंवार और कालीचरण रावत को चुना गया। संगठन सचिव की जिम्मेदारी लक्ष्मण सिंह नेगी और अजय भंडारी को दी गई। जबकि सदस्य के लिए जितेंद्र खन्ना, सचेन्द्र रावत और अनिल रावत को चुना गया। इसके साथ ही संरक्षक मंडल में अध्यक्ष की जिम्मेदारी रमेश पहाड़ी को सौंपी गई।
इस अवसर पर नव नियुक्त अध्यक्ष मोहित डिमरी और महामंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि वह अपने दायित्यों का पूरी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ काम करेंगे। मंच ने दोबारा भरोसा जताया है तो अब जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। उन्होंने मंच की दो वषोर्ं की उपलब्धियों के साथ ही भविष्य की योजनाओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि जल्द मंच रुद्रप्रयाग ब्लॉक बनाने की लड़ाई लड़ेगा। इसके साथ ही बंद होते तकनीकी और उच्च संस्थानों की भी लड़ाई शिद्दत से लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि जनपद की अन्य समस्याओं को लेकर भी मंच पूरे मनोयोग से काम करता रहेगा। उन्होंने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि समाज में सक्रिय लोगों को मंच से जोड़ा जाय। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर भी मंच कार्यकारिणी का गठन करेगा। नव नियुक्त कोषाध्यक्ष .ष्णानंद डिमरी ने आय-व्यय का ब्यौरा रखा। इस मौके पर मंच के वरिष्ठ सदस्य केपी ढोंडियाल, जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र बिष्ट, कांता नौटियाल, सोबन सिंह, रमेश नौटियाल, विनोद कप्रवान, पूर्व कनिष्ठ प्रमुख रमेश बेंजवाल, हषर्वर्धन सती, मोहन सिंह चौहान, अवतार सिंह कप्रवान, वरदान पंवार आदि सदस्य मौजूद थे।