दिल से जुड़ी बिमारियों के लिए डायल करें एम्स ऋषिकेश का यह नंबर
ऋषिकेश। दिल की धड़कन की धीमी गति के कारण चक्कर आने वे बेहोशी छाने की बीमारी से ग्रसित मरीजों के लिए राहतभरी खबर है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के कर्डियोलजी विभाग की इलेक्ट्रोफिजियोलजी स्पेशल ब्रांच में फिजियोलजिकल पेसिंग प्रक्रिया की सुविधा शुरू हो गई है। विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने दिल के कमजोर होने की वजह से पिछले एक साल से गंभीररूप से अस्वस्थ महिला के दिल में इस नई प्रकिया से परमानेंट पेसमेकर इंप्लांटेशन में सफलता प्राप्त की है। खासबात यह है कि देश में किसी हृदय रोग से ग्रसित मरीज को आयुष्मान भारत योजना के तहत यह अत्याधुनिक तकनीक से युक्त पहला सबसे महंगा पेसमेकर लगाया गया है। जिसके लिए मरीज को अपनी ओर से कोई शुल्क वहन नहीं करना पड़ा। यह फिजियोलजिकल पेसिंग सबसे लेटेस्ट तकनीक पर आधारित है। देश के उत्तरी क्षेत्र में अब तक यह पेसमेकर कुल 20 मरीजों को लगे हैं जबकि उत्तराखंड में यह पहला मामला है।
एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि संस्थान में मरीजों को वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
चिकित्सकों के अनुसार देश के उत्तरी क्षेत्र में परमानेंट पेसमेकर इंप्लांटेशन के अब तक कुल 20 मामले हुए हैं, जिनमें पूर्व में 19 मरीजों को इंप्लांट किए गए परमानेंट पेसमेकर मरीजों के खर्च पर लगाए गए हैं,जिन पर कुल खर्च दो लाख रुपए प्रति पेसमेकर आता है। उन्होंने बताया कि एम्स में महिला रोगी को इंप्लांट किया गया परमानेंट पेसमेकर देश में पहली बार आयुष्मान भारत योजना के तहत लगाया गया है,जिसके लिए रोगी को कोई शुल्क नहीं देना पड़ा। विभागाध्यक्ष प्रो. भानु दुग्गल ने बताया कि इस तरह के रोग से ग्रसित लोग चिकित्सकीय सहायता के लिए मंगलवार व गुरुवार को टेलिमेडिसिन ओपीडी नंबर 1800 180 4278,7302895044 पर सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।