पीआरडी में नौकरी के आवेदन के साथ डोमोसाइल देना अब जरूरी
देहरादून। मेयर नगर निगम की पुत्री समेत चार लोगों को गलत तरीके से पीआरडी के माध्यम से नौकरी दिए जाने पर यूथ कांग्रेस की तरफ से दिए गए ज्ञापन के बाद जिला युवा कल्याण अधिकारी ने अपने स्तर से मामले की जांच की है। जिसमें एक युवक की पीआरडी के जरिए की गई तैनाती को खत्म किया जा रहा है। बताया गया है कि जिस युवक को नौकरी दी गई है वह उत्तराखण्ड का नहीं है। जबकि उसकी तरफ से अपना पता देहरादून का ही दिया गया। इसके साथ ही अब पीआरडी में रोजगार के लिए आवेदन करने वाले लोगों से मूल निवास प्रमाण पत्र भी लिया जा रहा है।
युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग में मेयर नगर निगम की पुत्री समेत तीन अन्य लोगों को नौकरी दिए जाने के बाद काफी होहल्ला मचा था। इसमें सबसे ज्यादा आक्रोश मेयर की पुत्री को नौकरी दिए जाने को लेकर था। इसे लेकर कई राजनैनितक संगठनों ने गुपचुप तरीके से मेयर के प्रभाव में उनकी पुत्री को नौकरी दिए जाने का आरोप लगाया था। जिसे लेकर कई संगठनों ने प्रदर्शन भी किए थे। यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस मामले में जिला युवा कल्याण अधिकारी को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग की थी। जिस पर जिला युवा कल्याण अधिकारी की तरफ से अपने स्तर से जांच की गई। जिसमें एक युवक की तैनाती को गलत पाया गया। युवक उत्तराखण्ड का नहीं है। जबकि उसकी तरफ से विभाग में दिए गए कागजों में देहरादून का पता दिखाया गया। उन्होंने बताया कि अब विभाग में जमा किए जाने वाले कागजों में मूल निवास प्रमाण पत्र भी अभ्यर्थी को देना जरूरी होगा।