नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश एसटीएच में भर्ती
हल्द्वानी। कोरोना का फैलाव काफी तेजी के साथ हो रहा है। अब नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश को कोरोना का शक पैदा हो गया है। हल्के बुखार की शिकायत के बाद एसटीएच में भर्ती कर दिया है। डाक्टरों ने निमोनिया से ग्रसित होने की भी पुष्टि कर दी है। हालत स्थिर है और शनिवार सुबह दून मैक्स के लिए रेफर की जा रही हैं। इसके साथ ही प्रशासन में एक तरह से हड़कंप की स्थिति है।अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आयी तो इंदिरा के संपर्क में पिछले पांच दिनों में आए सैकड़ों लोगों की कोरोना जांच करानी होगी। यह काम काफी कठिन होगा।
नेता प्रतिपक्ष के एसटीएच में भर्ती होने की पुष्टि शुक्रवार पांच बजे प्राचार्य राजकीय सुशीला तिवारी मेडिकल कालेज अस्पताल डा. सीपी भैसोड़ा ने की है। उन्होंने बताया कि नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश का अस्पताल में भर्ती होने के लिए फोन आया था। उनको भर्ती कर दिया है। उन्होंने कहा कि अभी नेता प्रतिपक्ष की कोरोना जांच रिपोर्ट नहीं आयी है। सतर्कता के तौर पर वे अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी हालत स्थिर है। डा. इंदिरा हृदयेश की जांच के बाद निमोनिया की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर का विकल्प खुला हुआ है। यह फैसला खुद नेता प्रतिपक्ष को लेना होगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि वे नेता प्रतिपक्ष का बेहतरीन इलाज करने का प्रयास कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले उनके पुत्र सुमित हृदयेश पॉजिटिव आए थे। वे अपने घर पर ही आइसालेशन में थे। अब वे स्वस्थ्य हो गए हैं। बताया जा रहा है कि पिछले तीन दिन से डा. इंदिरा को हल्के बुखार की शिकायत शुरू हो गई थीं। उन्होंने कोरोना टेस्ट भी कराया। शुक्रवार को बुखार बढ़ने और कमजोरी महसूस करने के बाद एसटीएच में भर्ती करने की इच्छा व्यक्त की। करीब तीन बजे उनको एसटीएच में भर्ती कर दिया गया। नेता प्रतिपक्ष ने मंगलवार हल्द्वानी जंतर मंतर में फीस माफी के लिए चले काफी लंबे आंदोनलकारियों को जूस पिलाकार आमरण अनशन खत्म किया था। इस कार्यक्रम में काफी लोग मौजूद थे। पुलिस एवं प्रशासन के लोग भी मौके पर थे। इसके इतर पिछले पांच दिन में कई संगठनों ने नेता प्रतिपक्ष का ज्ञापन सौंपे हैं।