अटल आदर्श विद्यालयों में होंगे हिदी व अंग्रेजी माध्यम
देहरादून। स्कूली शिक्षा में बड़ा बदलाव लाने के लिए माडल स्कूलों को लेकर सरकार गंभीरता से काम कर रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निर्देश दिये हैं कि आदर्श विद्यालयों को अंग्रेजी व हिंदी दोनों माध्यमों में रखा जाए। अब तक 174 स्कूलों को अटल आदर्श स्कूल बनाने के लिए चिह्नित कर लिया गया है।
आज सचिवालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के साथ शिक्षा विभाग की समीक्षा की। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो अटल आदर्श विद्यालय स्थापित किए जाएं। इन विद्यालयों में जिन स्कूलों से शिक्षक स्थानान्तरित होकर आयेंगे। यह ध्यान रखा जाए कि उन विद्यालयों में पढ़ाई-लिखाई शिक्षकों के अभाव में किसी भी प्रकार से बाधित न हो। मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि अटल आदर्श विद्यालयों में हिंदी व अंग्रेजी दोनों माध्यम का विकल्प हो। यही नहीं उन्होंने अटल आदर्श विद्यालयों की स्थापना, उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के सभी मानक पूरे करते हुए करने को कहा। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले सभी तरह के बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा के अवसर मिल सकें। उन्होंने कहा कि ये विद्यालय समान शिक्षा की अवधारणा को भी पूरा करेंगे।
बैठक में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने बताया कि 174 विद्यालयों को अटल आदर्श विद्यालयों के लिए चिह्नित किया जा चुका है। इन सभी को विकसित करने की तैयारी की जा रही है। चिह्नित किये गये 174 विद्यालयों में से 108 विद्यालयों में पहले से ही वचरुअल क्लास की सुविधा उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां भी अटल आदर्श विद्यालय बनाए जाएं वहां स्थानीय स्थापत्य के साथ ही वहां उपलब्ध सामग्री का प्रयोग किया जाए। बैठक में थानो में प्रस्तावित अटल आदर्श विद्यालय के डिजायन पर भी चर्चा हुई। बैठक में सचिव शिक्षा आर. मीनाक्षी सुन्दरम, निदेशक शिक्षा आरके कुंवर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।