रुद्रप्रयाग में पानी के संकट को लेकर उपवास पर बैठे मोहित डिमरी
रुद्रप्रयाग। जिले में निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं की जांच और नियमित जलापूर्ति की मांग को लेकर जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम कार्यालय के सम्मुख उपवास किया। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा गया।
जिले में पानी के संकट को लेकर जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम में उपवास किया। उनके समर्थन में मंच के सदस्यों और स्थानीय ग्रामीणों ने धरना दिया। इस मौके पर मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि तल्लानागपुर, सिलगढ़ और भरदार क्षेत्र में पानी का सबसे बड़ा संकट बना हुआ है। यहां के लिए योजनाएं तो बनी, लेकिन उसका लाभ आज तक ग्रामीणों को नहीं मिल पाया है। वर्ष 2005-06 में जखोली ब्लॉक के अति पेयजल संकटग्रस्त गांवों के लिए शासन से जवाड़ी-रौंठिया और तैला-सिलगढ़ पेयजल योजनाएं स्वी.त की गई थीं। लेकिन डेढ़ दशक बाद भी इन योजनाओं का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है, जिस कारण भरदार व सिलगढ़ पट्टी के 30 से अधिक ग्राम पंचायतों की हजारों आबादी पेयजल संकट से जूझ रही है। उन्होंने योजनाओं का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए शासन से धनराशि स्वी.त करने और कछुवा गति से हो रहे कार्य की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि जनपद रुद्रप्रयाग में पानी की समस्या दूर नहीं हुई तो जनान्दोलन किया जाएगा। जन अधिकार मंच के संरक्षक रमेश पहाड़ी, वरिष्ठ सदस्य मगनानंद भट्ट, देवेंद्र प्रसाद दरमोडा ने कहा कि अगस्त्यमुनि ब्लॉक के तल्लानागपुर क्षेत्र के लिए 32 करोड़ की लागत से बनी तल्लानागपुर पेयजल योजना शोपीस बनकर रह गई है। योजना से कई गांवों में आज भी नियमित जलापूर्ति नहीं हो रही है।