आम जनता के लिए खुला जानकी सेतु, मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण
ऋषिकेश। आखिरकार 14 वर्ष की प्रतीक्षा के बाद थ्री लेन जानकी पुल सेतु बन गया है। गंगा नदी पर 48 करोड़ 85 लाख 60 हजार रुपए की लागत से बने 346 मीटर लम्बे इस पैदल झूला पुल का शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस पुल का लोकार्पण किया। इसके बाद पुल को आम जनता की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है।
बुधवार दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मुनिकीरेती कैलाश गेट पहुंचे। उन्होंने पूजा अर्चना कर विधि विधान के साथ जानकी सेतु पुल का लोकार्पण किया। जानकी सेतु के बनने के बाद ऋषिकेश के लोगों के साथ स्वर्गाश्रम और लक्ष्मण झूला के लोगों को सहूलियत मिलेगी। इसके साथ कांवड़ मेले के दौरान लोगों को जाम की समस्या झेलनी पड़ती है। इस पुल से जाम से निजात मिलने की उम्मीद है। वहीं इस सेतु के बनने के बाद इसके दोनों तरफ लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
इस दौरान कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि 14 सालों बाद उनकी तपस्या सफल हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने इस पुल को लटकाने का काम किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सरकार ने इस पुल को लेकर गंभीरता दिखाई। इसका परिणाम है कि जानकी सेतु पुल तैयार हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस पुल के बन जाने से यहां के लोगों का रोजगार बढ़ेगा। वहीं यमकेर विधायक ऋतुराज खंडूड़ी ने कहा कि यह पुल केवल सीमेंट और लोहे का पुल नहीं है, बल्कि यह हम सबके विास, सपनों और आशाओं का प्रतीक है।