सपना ने की यूजीसी नेट परीक्षा उत्तीर्ण, क्षेत्र में खुशी की लहर
अगस्त्यमुनि। मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनो में जान होती है। पंख से कुछ नहीं होता, हौंसलों से ही उड़ान होती है। कुछ ऐसा ही सपना देखा रुद्रप्रयाग जनपद के दूरस्थ गांव कमसाल की सपना ने। जिसने बिना किसी संसाधनों के गरीबी में पलते हुए यूजीसी नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर अपने सपनों को सच करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। उसकी इस सफलता पर क्षेत्र में खुशी की लहर है। सपना बचपन से ही मेहनती एवं पढ़ने में तेज रही है। उसकी पढ़ने की ललक को देखते हुए उसके माता पिता ने गरीबी के बाबजूद उसकी शिक्षा को रूकने नहीं दिया। सपना ने भी अपने माता पिता को कभी निराश नहीं किया। उसे दु:ख है कि उसकी इस सफलता को देखने के लिए आज उसके पिता मौजूद नहीं है। सपना के पिता मुरारी लाल की प्रान्तीय रक्षक दल में स्वयं सेवक के रूप में यात्रा काल में कार्य करते हुए दो वर्ष पूर्व हृदयगति रूक जाने से मृत्यु हो चुकी है, जबकि माता शिवदेई देवी मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रही है। सपना तीन भाई बहिनों में सबसे बड़ी है। उसकी प्रारम्भिक शिक्षा गांव के ही प्राइमरी स्कूल में हुई है। उच्च शिक्षा भी उसने अगस्त्यमुनि पीजी कालेज से ली है। वह हिन्दी से एमए है। ओर इसी विषय में उसने नेट परीक्षा पास की है। सपना ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी माता गुरूजनों, भाई बहिनों तथा अपने मित्रों को दिया हैं। वह भविष्य में उच्च शिक्षा विभाग में प्रोफेसर बनना चाहती है।