जवानों के पराक्रम को भुलाया नहीं जा सकता : सीएम
देहरादून। विजय दिवस पर बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना की ऐतिहासिक विजय के उपलक्ष में प्रतिवर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1971 के युद्ध में भारत की महान सेना ने पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों को आत्मसमर्पण करने को मजबूर कर दिया था। भारत की सुरक्षा और वि के इतिहास में यह महत्वपूर्ण दिन है। यह हमारे सैनिकों को वीरता का परिणाम है। हमारे जवानों के अद्भुत पराक्रम से इस युद्ध में बड़ी विजय भारत को प्राप्त हुई थी।
इस युद्ध में उत्तराखंड के भी 255 रणबांकुरों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए कुर्बानी दी थी। रणभूमि में दुश्मन से मोर्चा लेते राज्य के 78 सैनिक घायल हुए थे। इन रणबांकुरों की कुर्बानी व अदम्य साहस को पूरी दुनिया ने माना। दुश्मन सेना से दो-दो हाथ करने वाले राज्य के 74 जांबाजों को वीरता पदक मिले थे। जवानों के अदम्य साहस व पराक्रम को भुलाया नहीं जा सकता है। इस अवसर पर नगर निगम के महापौर सुनील उनियाल गामा, विधायक गणोश जोशी, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सैनिक कल्याण निदेशक ब्रिगेडियर (सेनि) केबी चंद समेत तमाम पूर्व सैन्य अधिकारी व शहीद सैनिकों के परिजन भी उपस्थित रहे। सभी ने वार मेमोरियल पर पुष्प चढ़ाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।