टिहरी झील को वि प्रसिद्ध डिजाइनरों की सहायता से बनेगा र्वल्ड क्लास डेस्टिनेशन : महाराज
देहरादून । उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टिहरी झील को र्वल्ड क्लास डेस्टिनेशन बनाने के लिए वि प्रसिद्ध डिजाइनरों की सहायता ली जाएगी। यह बात सोमवार को उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की 20वीं बोर्ड बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कही।
पर्यटन मंत्री ने ट्रेकिंग सेंटरों में फूट मसाज सेंटर स्थापित करने और साक सर्किट, भगवती सर्किट, शैव सर्किट, नागराजा सर्किट, महासू सर्किट, गोयल देवता सर्किट आदि की टूरिज्म पुस्तिका बनायी जाने के भीनिर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दीवा का डांडा, नीलकंठ, भरवगढ़ी में रोपवे बनाने के लिए प्रस्ताव रखा गया।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय कंवेशन सेंटर तथा वैलनेस सिटी तैयार करवाई जा रही है जबकि इस भूमि का सव्रे पूर्व में करवा लिया गया है। देहरादून से मसूरी रोपवे परियोजना को पीपीपी मोड पर विकसित किये जाने एवं आनंद वन समाधि के निकट पार्किंग के पीपीपी मोड पर संचालन के संबंध में बोर्ड द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि जानकी चट्टी रोप वे परियोजना के समरेखण के आधार पर पीपीपी मोड में विकसित किये जाने के लिए शासन से अनुमोदन प्राप्त हो गया है, वर्तमान में पोल शिफ्टिंग एवं ईएफसी की कार्यवाही की जा रही है।
बोर्ड ने विभाग में एडवेंचर विंग के लिए नया ढांचा बनाने का निर्णय लिया है। बोर्ड बैठक में मुख्यालय और जनपदीय कार्यालयों में रिक्त पदों को भरे जाने पर सहमति जतायी गई है। 20वीं बोर्ड बैठक में केएमवीएन प्रबंध निदेशक रोहित मीण द्वारा केएमवीएन और जीएमवीएन के एकीकरण का प्रस्ताव रखा गया। बैठक में अपर निदेशक पयर्टन एवं अपर विभाग अध्यक्ष पूनम चंद , विनोद यादव,नवदीप जोशी, रजनीश कौशिक, विजय बिष्ट, नितिन राणा, आयु त्रिपाठी आदि ने प्रतिभाग किया।