समस्याओं से घिरा है मयाली बाजार
जखोली। चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव और विकासखंड जखोली के दर्जनों गांवों का मुख्य बाजार मयाली अनेकों समस्याओं से घिरा हुआ है। सबसे बड़ी समस्या यहां पानी और कूड़ा निस्तारण की है जिस कारण स्थानीय व्यापारियों और आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
मयाली बाजार चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव होने के साथ ही जखोली विकासखंड के दर्जनों गांवों का केंद्र बिंदु और मुख्य बाजार है। ग्रामीण क्षेत्रों से प्रत्येक दिन हजारों लोग बाजार में खरीदारी करने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन यहां पहुंचने वाले लोगों को अनेकों परेशानियों से जूझना पड़ता है।
बाजार में मुख्य समस्या पानी की है। गर्मियां हो सर्दियां, पानी की किल्लत से यहां के व्यापारी और आम जनता परेशान है। इसके अलावा मयाली में पाकिर्ंग की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है जिस कारण प्रत्येक दिन जाम लगा रहता है और सड़क किनारे वाहन आड़े तिरछे खड़े रहते हैं। यात्रा सीजन में तो जाम की समस्या अधिक गहरा जाती है।
मयाली बाजार दो भागों में बंटा हुआ है अपर बाजार और मुख्य बाजार, लेकिन पूरे बाजार में कही भी स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है। सांय होते ही बाजार में अंधेरा पसर जाता है, जिससे चोरी की घटना होने की अधिक संभावनायें रहती हैं। इसके अलावा बाजार में जगह जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। कूड़ा निस्तारण की यहां कोई व्यवस्था नहीं है। सफाई कर्मचारी की और से कूड़े को बाजार के निकट ही जंगल में डाला जा रहा है, जिससे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। व्यापार संघ अध्यक्ष प्रेम प्रकाश कोठारी, गोपाल रावत, डा. गोपाल काला, विनोद सिंह बुटोला, प्रदीप बुटोला, संजय नौटियाल आदि का कहना है कि जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को मयाली बाजार की समस्याओं के बारे में पूरी जानकारी है, लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है। यात्रा सीजन बाजार में समस्याएं अधिक बढ़ जाती हैं। बाजार में पानी और कूड़े की सबसे बड़ी समस्या है। बाजार में फैली परेशानियों से यात्रा सीजन में यात्रियों को भी दिक्कतें होती हैं।