प्रदेश में लगेंगे सौर ऊर्जा के छोटे-छोटे प्लांट
देहरादून। प्रदेश के बेरोजगारों, उद्यमियों और ऐसे प्रवासी जो कोविड-19 के कारण राज्य वापिस आये है और लघु व सीमान्त कृषकों को स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के अवसर प्रदान किये जाने के लिये प्रदेश में 25-25 किवा क्षमता के सोलर पावर प्लान्ट स्थापित किये जाने के लिए मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना का शुभारम्भ मुख्यमंत्री ने किया था। प्रदेश में मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के 529 आवेदनों में से 75 आवेदनों को स्वीकृत पर परियोजनाएं आवंटित की जा चुकी हैं। इससे प्रदेश में बेरोजगारों को रोजगार मिला है। बता दें कि योजना के लिए सीएम लगातार समीक्षा बैठक के दौरान विभिन्न जिलाधिकारियों द्वारा इस योजना के लिए दूरस्थ क्षेत्रों के व्यक्तियों को लाभान्वित किये जाने के दृष्टिगत यह सुझाव दिया था। जैसा कि आप जानते हैं कि उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में अधिकांशत: यूपीसीएल के 25 केवीए के ट्रासफार्मर स्थापित है। इसलिए योजना में 25 केवीएस के ट्रासफार्मर पर 20 किवा क्षमता तक के सोलर पावर प्लान्ट अनुमन्य किये गए। सचिव, ऊर्जा एंव वैकल्पिक ऊ र्जा राधिका झा ने भी योजना की समीक्षा के दौरान यूपीसीएल और उरेडा के अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि प्राप्त आवेदनों के सापेक्ष आवाटित परियोजनाओं की प्रगति कम है। इसलिये अन्य आवेदनकर्ताओं से संबन्धित समस्त औपचारिकतायें शीघ्र पूर्ण करायी जाय, जिससे कि सभी आवेदनकर्ताओं को इस योजना का लाभ प्राप्त हो सके।