देहरादून। शिक्षा के विकास के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है ताकि शिक्षा के स्तर में सुधार किया जा सके। प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा को सरकार बढ़ावा देगी। प्रदेश में प्रत्येक ब्लाक में 2-2 अटल आदर्श विद्यालय स्थापित किये जाने की योजना है। यह बात मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में हरिद्वार जनपद में राजकीय विद्यालय अंगीकरण कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान कही। इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार डा.आनंद भारद्वाज एवं रिलेक्सो फाउंडेशन के गंभीर अग्रवाल के मध्य हरिद्वार के 32 स्कूलों के अवस्थापना सुविधाओं एवं रूपांतरण के लिए एमओयू किया गया।
सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे और शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार करने के उद्देश्य से जनपद हरिद्वार में कारपोरेट सेक्टर एवं गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से राजकीय विद्यालय अंगीकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। नीति आयोग द्वारा हरिद्वार जनपद को आकांक्षी जिला घोषित किया गया है। जिला प्रशासन हरिद्वार द्वारा स्कूलों में शिक्षा और बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नई पहल शुरू की गई है। इस पहल से शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में केपीआई में लक्ष्यों को प्राप्त करने एवं इसके लिए उठाये जा रहे कदमों पर ध्यान दिया जायेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकारी स्कूलों के अंगीकरण कार्यक्रम से स्कूलों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास के साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार से शुरू हो रहा यह अभियान सबको गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने में निश्चित रूप से मददगार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की बेहतरी के लिये कार्ययोजना बनायी गयी है। प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिये राज्य के प्रत्येक ब्लाक में 2-2 अटल आदर्श विद्यालय स्थापित किये जाने की योजना है। जिलाधिकारी हरिद्वार सी रविशंकर ने कहा कि इस कार्यक्रम में प्रथम चरण में जनपद के 939 सरकारी स्कूलों को विभिन्न कारपोरेट समूहों द्वारा अपनाया जाना है। जिसमें जिसमें 666 प्राथमिक, 170 उच्च प्राथमिक विद्यालय, 68 माध्यमिक और 35 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं।