देवभूमि को फिर बाबा बद्रीविशाल की छाया की ज़रूरत
-उत्कर्ष उपाध्याय
2013 के बाद प्राकृतिक आपदा ने उत्तराखंड को 2021 में घेरा, जिला चमोली के जोशीमठ विकासखंड के तपोवन रैणी गांव में धौलीगंगा में ग्लेशियर टूटने से हुई आपदा से तीरथ सिंह रावत ने अपना वक्तव्य जारी करा उन्होंने कहा मैं दुखी और चिंतित हूं मैंने जिला प्रशासन एवं स्थानीय लोगों से बात कर घटना के संबंध में बातचीत और जांच जानकारी ले ली है। स्थानीय लोगों को बहुत नुकसान हुआ है साथ ही ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट सहित अन्य हाइड्रो पावर प्रोजेक्टों को भारी नुकसान हुआ है।
केंद्र एवं राज्य सरकार घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं , आपदा से प्रभावित लोगों और जो लोग हताहत हुए हैं उनके परिवार जनों को मेरी संवेदनाएं हैं । आपदा से प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जाएगी और उसी के तुरंत बाद तीरथ सिंह रावत ने क्षतिग्रस्त क्षेत्र का दौरा किया और आला अधिकारियों को निर्देश दिए।
ज्ञात हो कि जोशीमठ के रेणी क्षेत्र से ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न आपदा के बाद से करीब 35 लोग एक सुरंग में फंसे हैं। उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। कल से ही इन लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है। तपोवन विष्णु गंगा प्रोजक्ट का जो कार्य चल रहा था, इसमें काफी श्रमिक कार्य कर रहे थे। अभी तक 18 शव बाहर निकाले जा चुके हैं। लापता लोगों की तलाश की जा रही है। कल मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आपदाग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण किया था।