देहरादून। उत्तराखण्ड क्रांति दल महानगर के द्विवाषिर्क अधिवेशन में सर्वसम्म्ति से 21 राजनैतिक प्रस्ताव पारित किए गए। अधिवेशन में आगामी विधानसभा चुनाव में उक्रांद को चुनने पर जोर दिया गया।
रविवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में उक्रांद के केन्द्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट, संरक्षक बीडी रतूड़ी व त्रिवेन्द्र सिंह पंवार व केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हरीश पाठक ने दीप प्रज्जवलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सदन को संबोधित करते हुये दल के संरक्षक बीडी रतूड़ी जी ने कहा कि उक्रांद के साथ जिस तरह से युवा जुड़ रहे है इससे स्पष्ट हो गया कि युवा राज्य को बचाने के लिये उक्रांद के साथ आ रहा है। भाजपा- कांग्रेस ने बारी-बारी से राज्य को लूटा है। जनता अब समझ चुकी है कि उत्तराखंड राज्य सुरक्षित केवल संघर्षं के लोगों को सत्ता देनी चाहिये। इसलिये जनता अब उक्रांद पर विास कर रही है। उन्होंने उक्रांद के इतिहास पर प्रकाश डाला। दल के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हरीश पाठक के कहा कि इस समय मौका है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उक्रांद को चुने। राज्य बदहाल स्थिति में है। राज्य का युवा हताश है। राज्य में व्याप्त भ्रष्ट्राचार से राज्य खोखला हो रहा है। जनता को अब भाजपा कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में करारा जबाब देना होगा।सदन में उन्होंने घोषणा की महानगर ईकाई के महानगर अध्यक्ष सुनील ध्यानी को यथावत रखा जाता है। अन्य वक्ताओं में दल के वरिष्ठ नेता लताफत हुसैन, केएन डोभाल, जय प्रकाश उपाध्याय, बहादुर सिंह रावत, राजेन्द्र बिष्ट, जब्बर सिंह पावेल, विरेन्द्र रावत, प्रमिला रावत व सुलोचना ईष्टवाल ने संबोधित किया। अधिवेशन की अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष सुनील ध्यानी व संचालन एडवोकेट विजय बौड़ाई ने की। सम्मेलन में महानगर की महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष किरन रावत कश्यप ने महानगर की द्विवाषिर्क रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी । सदन में राजनैतिक प्रस्ताव दीपक मधवाल ने सदन में रखा। जिसे ध्वनिमत से पास हुए। अधिवेशन में सुरेंद्र पटवाल, प्रताप कुंवर, मनोज ममगाईं, धर्मेंद्र कठैत, सुरेंद्र बुटोला, सुशील ममंगाईं, सविता श्रीवास्तव, मीनाक्षी घिल्डियाल, किरण शाह, मीनाक्षी सिंह, राधा देवी, पिंकी पुंडीर, अनुपमा रावत, गगनेश, गणोश काला, लक्ष्मी कांत भट्ट, राजेन्द्र नेगी, देवेंद्र रावत, अनिल डोभाल, चारु नैथानी, शिव प्रसाद सेमवाल, संजय बहुगुणा, मनोज ममगाईं, अशोक नेगी, धर्मेंद्र कठैत, विजेंदर रावत, अनूप पंवार, पुष्कर गुसांई, सीमा रावत, राजेरी रावत, विनीत सकलानी, शबनम, राजेन्द्र प्रधान, राहुल उनियाल, प्रकाश सती व कैलाश भट्ट सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे।