फोर्टिस के 150 कर्मचारियों के सामने नौकरी का संकट
देहरादून। राजकीय कोरोनेशन अस्पताल में पीपीपी मोड पर संचालित फोर्टिस अस्पताल का अनुबंधन खत्म होने से यहां कार्यरत 150 से अधिक कर्मचारियों के सामने नौकरी का संकट खड़ा हो गया है। मंगलवार को इन कर्मचारियों ने अस्पताल में हंगामा किया। उन्हें कहीं और समायोजित करने या अस्पताल का अनुबंध बढ़ाने की मांग की है। कर्मचारी बुधवार को स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा से भी मुलाकात कर अपनी समस्या उनके सामने रखेंगे। इधर, अस्पताल का अनुबंध खत्म होने के बाद अब मरीजों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में कुछ तीमारदारों ने भी अस्पताल में हंगामा किया। दरअसल, हृदय रोगियों को बेहतर उपचार मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार ने एक दशक पहले फोर्टिस अस्पताल के साथ अनुबंध किया था। बीती सात मार्च को यह अनुबंध खत्म हो गया। अस्पताल प्रबंधन को बिल्डिंग खाली करने का नोटिस दिया जा चुका है। साथ ही नए मरीज न भर्ती करने की भी सलाह दी गई है। ऐसे में यहां पहुंचने वाले मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। ज्यादा दिक्कत बीपीएल मरीजों को आ रही है। उन्हें यहां मुफ्त उपचार मिलता था जो अब नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि अस्पताल का अनुबंध अब नहीं बढ़ाया जा रहा है। दून मेडिकल कालेज अस्पताल में कैथ लैब व कार्डियक यूनिट शुरू करने के साथ यही इस अस्पताल को भी दून मेडिकल कालेज द्वारा ही संचालित करने की बात कही गई है। वहीं फोर्टिस अस्पताल के प्रबंधक संदीप सिंह का कहना है कि अनुबंध खत्म हो गया हैं। पर अस्पताल ने अभी इलाज बंद नहीं किया है। कर्मचारियों का सेटलमेंट तथा वेंडरों के भुगतान में समय लगने की वजह से विभाग से मोहल्त मांगी गई है। अनुबंध बढ़ाए जाने पर अस्पताल मरीजों को अटल आयुष्मान योजना के तहत भी लाभ देने को तैयार है।