देहरादून। नंदप्रयाग- घाट मार्ग चौड़ीकरण के लिए महीनों से आंदोलन कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि वह नंदप्रयाग-घाट मार्ग चौड़ीकरण की मांग पूरी करेंगे। प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के विषय पर उन्होंने कहा कि उस समय वह मुख्यमंत्री नहीं थे इसलिए इस बारे में उन्हें नहीं पता , लेकिन इस दौरान प्रदर्शनकारियों पर जो मुकदमे हुए हैं उन पर मुकदमो की प्रकृति के हिसाब से विचार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में कानून की परिधि में रहकर शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगें उठाने का सभी को हक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सड़क चौड़ीकरण के लिए वन भूमि हस्तांतरण के मुद्दे को हल करने के लिए खुद पहल करेंगे और सारी औपचारिकताएं पूरी कर केंद्र से मदद लेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि केंद्र से सहयोग मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे भी प्रदेश में वन भूमि के कारण अटकी सड़कों के मामले में केंद्र से जितना सहयोग अब मिल रहा है उतना कभी नहीं मिला इसीलिए पूरे प्रदेश में सड़कों को निर्माण तेजी से हो रहा है। विगत िदनों गैरसैंण विधानसभा सत्र के दौरान नंदप्रयाग-घाट मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर लोगों ने विधानसभा कूच किया तो उन पर पुलिस ने बल प्रयोग के साथ वाटर कैनन का इस्तेमाल किया , लेकिन आक्रोशित लोग बैरिकेड तोड़ दिवालीखाल पहुंच गए और वहां पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई तो उन पर लाठीचार्ज कर दिया गया। इस मामले में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मजिस्ट्रियल जांच भी बिठाई थी।