उक्रांद के सभी प्रकोष्ठ केन्द्रीय अध्यक्ष ने किए भंग
देहरादून। उत्तराखण्ड क्रांति दल का आगामी महाधिवेशन मई माह में होना सुनिश्चित किया गया है। महाधिवेशन को देखते हुए दल के केन्द्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट के निर्देश पर दल के सभी प्रकोष्ठों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। महाधिवेशन में कोविड-19 के नियमों को देखते हुए कम से कम पांच प्रतिनिधि बनाने का प्रस्ताव है। ताकि महाधिवेशन को विधिवत तरीके से कराया जा सके।
उक्रांद के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश पाठक ने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बद से बदतर हो चुकी है। सरकार चुनाव में व्यस्त है। अस्थाई राजधानी देहरादून में सभी अस्पताल भरे हुए हैं। कहीं पर भी खाली बेड मिलना मुकिल हो रहा है। स्वास्थ्य केंद्रों में समुचित चिकित्सा नहीं मिलने के कारण मरीज परेशान है। इंजेक्शन तक नहीं मिल पा रहे है। उन्होंने कहा उत्तराखंड क्रांति दल मांग करता है कि कोरोना से जिस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है उसके परिवार को इसको आपदा मानते हुए मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा पर्वतीय क्षेत्रों में सभी अस्पताल सिर्फ रेफर सेंटर बनकर रह गए हैं। कोरोना से ज्यादा सिस्टम भारी पड़ रहा है। अस्पताल में जांच के इंतजार में मरीजों का दम फूल रहा है। रेमेडिसिविर इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है। शहरों में एंबुलेंस मिल नहीं पा रही है। स्वास्थ्य विभाग सिर्फ बयानबाजी तक सीमित है।