आपदा ग्रस्त क्षेत्र का सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण
चमोली। सीमांत जिला मुख्यालय चमोली के रैणी गांव का भयावह मंजर लोग भुला भी नहीं पाए थे कि एक बार फिर ग्लेशियर टूटने की घटना ने देश-दुनिया को हिला कर रख दिया है। बीते दिन भारत-चीन सीमा क्षेत्र से लगे सुमना में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कैंप के पास ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया था। इस हादसे में कई लोग हताहत हुए है। रेस्क्यू कार्य जारी है। रेस्क्यू के लिए भारतीय सेना के चीता हेलीकॉप्टर सेना हेलीपैड जोशीमठ पहुंचे थे। ख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हवाई सर्वेक्षण किया। ं. सीएम ने बताया कि करीब 400 मजदूर यहां काम कर रहे थे और करीब 391 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। वहीं सीएम तीरथ सिंह रावत मौके का निरीक्षण करने के बाद जोशीमठ लौट गए हैं। शनिवार को जोशीमठ पहुंची जिला अधिकारी स्वाती भदौरिया, पुलिस अध्यक्षक यशवंत चैहान भी मौके के लिए रवाना हुए थे। बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सीमा क्षेत्र से लगे सुमना में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कैंप के पास ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया। बीते दिन सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने इसकी पुष्टि की थी। जिस स्थान पर यह घटना हुई, वहां आसपास बीआरओ के मजदूर सड़क निर्माण कार्य में जुटे हुए थे।