देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। यूकेडी ने कहा कि सरकार ने पिछले साल की कोरोना लहर से कोई सबक नहीं लिया। यही वजह है कि कोरोना की दूसरी लहर से हाहाकार का संभालना मुश्किल हो रहा है। यूकेडी ने कोरोना के आंकड़ों को कम करने के लिए कम जांच करने का भी आरोप लगाया। सोमवार को केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में यूकेडी के केन्द्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कोरोना संक्रमण के मौजूदा हालात को लेकर सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तराखंड सरकार ने पिछले साल आई कोरोना के लहर के बावजूद आगे के लिए कोई तैयारी नहीं की। कोविड सेंटर के लिए मंगाए गये बेड व वेंलिटेटर गोदामों में धूल फांक रहे है। रेमडिसीविर जैसी जरूरी दवाइयों और अक्सीजन की कालाबाजारी हो रही है जिसे रोकने में सरकार कोई रुचि नहीं ले रही है। देहरादून, ऋषिकेश में कफ्र्यू के हालात के बावजूद सरकार हरिद्वार में शाही स्नान करा रही है। हरिद्वार में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है, लेकिन सरकार जरूरी एहतियात नहीं बरत रही है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर से सही तरीके से निपटने के लिए पूरी तरह से समर्पित एक कैबिनेट मंत्री को स्वास्थ्य मंत्रालय का जिम्मा दिया जाए। साथ ही एक सचिव को पूरी तरह कोविड-19 को लेकर तैनात किया जाए। साथ ही आपदा की घड़ी में सरकार को डेंटल सर्जन से लेकर तमाम आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक चिकित्सकों समेत सभी तरह के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सेवाएं लेनी चाहिए। यूकेडी ने वरिष्ठ नेता शांति भट्ट ने सरकार के एक काबीना मंत्री के भांजे को भी बेड न मिलने पर सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों और अस्पतालों की जिम्मेदारी तय न होने से दवाइयां और अन्य सामान कई गुना अधिक कीमतों पर मिल रही है। पत्रकार वार्ता में केंद्रीय पदाधिकारी लताफत हुसैन, राजेंद्र प्रधान आदि मौजूद थे।