उत्तराखण्ड में कभी भी लग सकता है लॉकडाउन
देहरादून। राज्य में बेकाबू होते संक्रमण और बढ़ती मौतों को लेकर बढ़ते चैतरफा दबाव के बीच अब राज्य में कभी भी लॉकडाउन की घोषणा हो सकती है। बीते 2 सप्ताह से राज्य में लागू कोरोना कर्फ्यू के बावजूद भी संक्रमण की रफ्तार में बेतहाशा तेजी आई है जिसे लेकर सत्ता में बैठे नेता चिंतित हैं। उम्मीद की जा रही है कि सरकार जल्द कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
काबीना मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि अब हालात बेहद गंभीर हो चुके हैं मुख्यमंत्री शनिवार को सभी जिलाधिकारियों से स्थिति की जानकारी ली और जल्द ही कुछ कड़े फैसले लिए जा सकते हैं। उनका कहना है कि एक बार ऐसा लगा था कि कर्फ्यू से हालात सुधर रहे हैं लेकिन बीते 2 दिनों में जिस तरह से संक्रमण में तेजी आई है उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता हैं। खासकर देहरादून की स्थिति को लेकर चिंताएं और भी बढ़ी हैं। उनका कहना है कि कर्फ्यू काल में भी बाजारों में भारी भीड़ उमड़ रही है जिसे रोका जाना जरूरी है।
उधर काबीना मंत्री हरक सिंह रावत का कहना है कि मेरे कुछ भी कहने पर फिर विवाद खड़ा हो जाएगा लेकिन हालात जिस तरह से बिगड़ते जा रहे हैं उसमें अगर उत्तराखंड को बचाना है तो संपूर्ण लाकडाउन ही एकमात्र उपाय है। अगर समय रहते फैसला नहीं लिया गया या फैसला लेने में देरी की गई तो प्रदेश की जनता हमें कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पहले ही बहुत देर हो गई है अगर और देर हुई तो कोरोना से होने वाले नुकसान की भरपाई भी संभव नहीं होगी। यहंा यह भी उल्लेखनीय है कि डॉ हरक सिंह बीते कई दिनों से सरकार और मुख्यमंत्री को सचेत कर रहे हैं और कोरोना की चेन तोड़ने के लिए संपूर्ण लॉक डाउन की पैरवी कर रहे हैं। लेकिन उसे अनसुना किया जा रहा है।
उधर सचिवालय संघ ने भी मुख्यमंत्री से राज्य में 15 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की मांग की है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि राज्य के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं तथा अब गांवों तक कोरोना पैर पसार चुका है। राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं अब मरीजों का बोझ नहीं सह पा रही है और लोगों को दवा तथा ऑक्सीजन बेड और आईसीयू बेड नहीं मिल पा रहे हैं इसलिए मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। उनकी मांग है कि जनहित में अब राज्य में 15 दिन का लाकडाउन किया जाना जरूरी हो गया है तभी इसकी चैन को तोड़ा जा सकता है।
राज्य में कोरोना कर्फ्यू की अवधि इस सोमवार को समाप्त होने जा रही है इससे पूर्व अब मुख्यमंत्री व सरकार को फैसला लेना है कि आगे क्या करना है लेकिन चारों तरफ से जिस तरह के संकेत मिल रहे हैं उससे यह साफ हो गया है कि राज्य में कभी भी संपूर्ण लॉकडाउन जैसे कड़े फैसले लिए जा सकते हैं।