देवप्रयाग। यहां तीर्थ नगरी के मुख्य शांति बाजार में शाम करीब चार बजे दशरथ पहाड़ पर छाछड़ गांव के पास बादल फटने से यहां से निकलने वाली शांता नदी में उफान आ गया। उफान आने से हुई तबाही का मंजर इतना खौफजदा था कि देखने वालों का दिल दहल गया। हालांकि अब तक कोई जन हानि होने की सूचना नहीं है। यहां बस अड्डे से शांति बाजार होकर शांता नदी भागीरथी में मिलती है। यहां उफान के साथ आये भारी बोल्डरों ने यहां शांति बाजार में तबाही मचा दी। पिलरों पर खड़ी नगर पालिका की बहुउद्देशीय तीन मंजिला बिलिं्डग जिसमें आईटीआई, प्राइवेट बैंक सहित कई दुकानें भी थीं, नेस्तेनाबूत हो गई। यहां आईटीआई में मौजूद सुरक्षाकर्मी दीवान सिंह ने कूद कर किसी तरह अपनी जान बचाई। आईटीआई भवन में मौजूद कम्प्यूटर सेंटर, निजी बैंक, बिजली, फोटो आदि की दुकानें भी ध्वस्त हो गई। उधर शांता नदी पर बनी पुलिया, रास्ता सहित उससे सटी ज्वेलर्स, कपड़े, मिठाई आदि की दुकानें भी उफान की भेट चढ़ गई। जबकि नगर पालिका कार्यालय के नीचे बनी दुकानों में भी पानी घुस गया और दुकान के अंदर रखे सामान क्षतिग्रस्त हो गया। फिलहाल शांति बाजार में करोड़ों का नुकसान होने का अनुमान है। तेज पानी का बहाव नदी की ओर मुड़ जाने के कारण यहां पर सटा भट्ट मोहल्ला उफान की चपेट में आने से बच गया। पुलिस को यहां भी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस यहां पास में सटे भट्ट मोहल्ले में बचाव के लिए चेतावनी देती रही। यहां कोरोना कर्फ्यू के कारण आईटीआई सहित दुकानों के बंद रहने से भारी जान माल का नुकसान होने से बच गया।
दो स्थानों पर फटा बादल, दो मकान ध्वस्त -यहां के गांव में दो स्थानों पर बादल फटने से दो मकानों को भारी क्षति पहुंची है। गोल पाइप लाइन ई बौठ में भी दो जगह बादल फटने की खबर है। यहां ओंकर सिंह और किशन सिंह का मकान क्षतिग्रस्त हो गया। मकान में रखा सारा सामान भी नष्ट हो गया है। वहीं पास स्थित स्कूल का कुछ भाग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। बता दें कि घटना के समय मकानों पर कोई नहीं था वह लोग दोपहर में दूसरे मकान में चले गए थे। फिलहाल किसी जनहानि की सूचना नहीं है।