शर्मनाक : पीपीपी मोड के अस्पताल में टिटनेस का इंजेक्शन भी नहीं उपलब्ध
पौड़ी। पीपीपी मोड पर संचालित हो रहे पाबौ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से बेहद हैरान करने वाला वाकया सामने आया है। पत्थर गिरने से घायल हुई एक महिला को इस अस्पताल में टिटनेस का टीका उपलब्ध न होने पर पौड़ी जिला चिकित्सालय रैफर किया गया। पीपीपी मोड पर संचालित हो रहे इस अस्पताल के बुरे हाल होने पर ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त किया है। इससे पूर्व भी भी जिला चिकित्सालय पौड़ी में ऐसा ही वाकया सामने आया था, जब एक बच्चे के घाव पर लगाने के लिए अस्पताल में टांका लगाने का धागा उपलब्ध नहीं हो पाया था। प्रदेश सरकार के तमाम दावों की पोल खोलता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ का अस्पताल, पौड़ी जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला चिकित्सालय पौड़ी समेत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ व घंडियाल को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में दे दिया गया है। पीपीपी मोड में दिए जाने से पहले उम्मीदें लगाई जा रही थी कियहां पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त हो जाएगी। लेकिन अब तो तस्वीर सामने आ रही है, वह बेहद चिंताजनक है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ की दुर्दशा तब सामने आई जब यहां एक महिला को लगाने के लिए टिटनेस का इंजेक्शन तक उपलब्ध नहीं हो पाया। स्थानीय निवासी दीपक कंडारी ने बताया कि वे अपनी परिचित महिला को लेकर अस्पताल पहुंचे थे। जिनके हाथ में चोट लगी थी और जिस पर टिटनेस का इंजेक्शन लगाया जाना था। मगर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने टिटनेस का टीका ना होने का हवाला देते हुए उन्हें पौड़ी रेफर करने की बात कही। जिसके बाद उन्होंने पैठाणी के एक निजी क्लीनिक में जाकर महिला का उपचार करवाया। अस्पताल इंचार्ज जगत गोदियाल ने कहा कि अस्पताल के स्टॉक में टिटनेस के इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है जिसके कारण महिला को इंजेक्शन लगवाने के लिए पौड़ी रेफर किया गया। कुछ दिन पूर्व पीपीपी मोड पर संचालित जिला चिकित्सालय में ऐसी ही चिंताजनक तस्वीर सामने आई थी। मामूली रूप से घायल एक बच्ची के हाथ पर टांका लगाने का धागा अस्पताल में उपलब्ध नहीं हो पाया था। जिसके बाद परिजनों को श्रीनगर जाकर बच्ची की मरहम पट्टी करवानी पड़ी थी।