जीईपी लागू करने के लिए पेड़ों की गिनती करे सरकार: किशोर
देहरादून। प्रदेश में सकल पर्यावरण उत्पाद का आकलन शुरू करने के लिए पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत को बधाई दी है। उनका कहना है कि उत्तराखंड के योगदान को आर्थिक रूप से परिभाषित करने के लिये मैं विनम्रता पूर्वक सुझाव देना चाहता हूँ कि प्रदेश की जीडीपी को भी नये ढंग से परिभाषित करने की आवश्यकता है। सुप्रीम कोर्ट ने एक समिति गठित की थी, जिसने कहा है कि एक वृक्ष का पर्यावरणीय योगदान प्रति वर्ष लगभग 75,000 रुपये का है और आज कोविड-19 के महा संकट काल में अक्सिजन की कीमत का आकलन करेंगे तो यह दुगुना हो जायेगा। प्राण वायु के बिना 3 मिनट्स में ही आत्मा शरीर को झटक देती है। इसलिए वन विभाग, हर्टिकल्चर विभाग, और कृषि विभाग प्रदेश के वृक्षों की गिनती करे और तदनुसार प्रदेश की जीडीपी का फिर से आकलन करे। वृक्षों की गिनती कर उसे 75000 रुपये से गुणा किया जाय, तब राज्य का योगदान देश-दुनिया को पता चलेगा, वह भी आंशिक अगर, हम अपने इस योगदान का लाभ ले सकें, तो उत्तराखंड वि का सबसे सुखी राज्य होगा।