देहरादून। वनाधिकार आन्दोलन के प्रणोता और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने तुरन्त देवस्थानम् बोर्ड को भंग करने की मांग की है। मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर उपाध्याय ने कहा कि तीर्थ पुरोहितों को विास में लिये बिना यह काला कानून उन पर थोप गया और उनके हक-हकूकों और अधिकारों का कत्ल किया गया है। मुख्यमंत्री ने स्वयं इस काले कानून की समाप्ति की घोषणा की थी लेकिन अब वे इससे मुकर रहे हैं। उपाध्याय ने कहा कि आगामी विधान सभा सत्र में सरकार इस काले कानून की समाप्ति के लिए विधेयक लाये। उन्होंने उप-नेता प्रतिपक्ष करण माहरा से भी इस सम्बन्ध में विधान सभा में प्रस्ताव लाने का अनुरोध किया है।
उपाध्याय ने कहा कि वे शीघ्र इस सम्बन्ध में शंकराचार्यों व सनातन धर्म के मूर्धन्य हस्ताक्षरों से भी अनुरोध करेंगे कि वे सरकार का मार्गदर्शन करें और इस बारे में दबावबनायें।