पीएम मोदी की मन की बात में उत्तराखंड का जिक्र
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपनी मन की बात के 78वें एपीसोड में उत्तराखंड से जुड़ी बहुत सी चीजों का उल्लेख किया। मानसून में जल संरक्षण की अहमित बताते हुए उन्होंने उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के सच्चिदानंद भारती का उल्लेख किया और बताया कि भारती एक शिक्षक हैं और उन्होंने अपने कार्यों से भी लोगों को बहुत अच्छी शिक्षा दी है। उनकी मेहनत से ही पौड़ी गढ़वाल के उफरैंखाल क्षेत्र में पानी का बड़ा संकट समाप्त हो गया है। जहाँ लोग पानी के लिए तरसते थे, वहाँ आज साल-भर जल की आपूर्ति हो रही है।
पीएम ने कहा कि पहाड़ों में ‘चाल-खाल’ जल संरक्षण का एक पारंपरिक तरीका रहा है । इस परंपरा में भारती ने लगातार छोटे-बड़े तालाब बनवाये। इससे न सिर्फ उफरैंखाल की पहाड़ी हरी-भरी हुई, बल्कि लोगों की पेयजल की दिक्कत भी दूर हो गई। भारती ऐसे 30 हजार से अधिक जल-तलैया बनवा चुके हैं। पीएम ने वनस्पतियों के औषधीय गुणों का उल्लेख करते हुए कहा कि नैनीताल से परितोष ने इसी विषय पर उन्हें एक पत्र भी भेजा। उन्होंने लिखा कि, उन्हें गिलोय और दूसरी कई वनस्पतियों के इतने चमत्कारी मेडिकल गुणों के बारे में कोरोना आने के बाद ही पता चला। परितोष ने पीएम से आग्रह भी किया था कि,वह ‘मन की बात’ के सभी श्रोताओं से कहूं कि वे अपने आसपास की वनस्पतियों के बारे में जानिए, और दूसरों को भी बताइये।