विभिन्न विभागों में 22340 पद भरने की योजना थी : तीरथ
देहरादून। इस्तीफे की चर्चाओं के बीच शुक्रवार को रात में अचानक सचिवालय ते मीडिया सेंटर में प्रेस कांफ्रेंस कर सीएम तीरथ सिंह रावत ने जिस तरह पढ़कर धड़ाधड़ अपनी अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और आने वाले समय के लिए होने वाली योजनाओं का ब्यौरा दिया उससे तो यही लगता है कि वह अपने काम का श्रेय किसी और को नहीं लेने देना चाहते थे। सूत्रों की मानें तो सीएम तीरथ सिंह रावत ने जो ऐलान किए उनमें से बहुत से प्रदेश कैबिनेट की अगली बैठक में आने थे। यही उनके बात करने के तरीके से साफ महसूस हुआ कि वह जाते-जाते यह कहना चाहते थे कि उनका चार माह का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा रहा और उन्होंने जनता के हित में काम व फैसले किए। यही नहीं संभवत: वह यह संकेत देना चाहते थे कि वह पद पर रहते तो बहुत से काम करते। इस तरह उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वियों व विपक्ष के कुछ न कर पाने के आरोप से भी छुटकारा पाने की कोशिश की।
बहरहाल, उन्होंने जिस तरह से बात रखी उससे लगा कि उन्हें अफसोस था कि वह अपनी योजनाओं को अमल में नहीं ला पाए और उन्हें कुछ न कुछ तो कचोट रहा था। बहरहाल सीएम तीरथ सिंह रावत ने कोविड काल में किए गए कामों का ब्योरा दिया उन्होंने बताया कि किस तरह उनकी सरकार ने पर्यटन, परिवहन आदि क्षेत्रों के लोगों की डीबीटी के जरिए धन देकर मदद की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ऊर्जा विभाग में 2021, शिक्षा में 1968, पुलिस में 1530, राजस्व में 789, शहरी विकास विभाग में 872, सिचाईं में 786, उच्च शिक्षा में 698, कृषि में 470, ग्राम्य विकास में 474, लोनिवि में 312, पंचायती राज में 353, उद्यान में 314 व अन्य विभागों को मिलाकर विभिन्न विभागों में 22340 पद भरने की योजना थी। उन्होंने बताया कि कक्षा 11 व 12 के बच्चों को लैपटप व टैबलेट देने व कक्षा 12 तक पाठ पुस्तकें मुफ्त देनी थीं।