पुलिस ने कहा सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा भ्रामक संदेश
चमोली। भू-वैकुंठ धाम श्री बदरीनाथ में ईद की नमाज अता करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले को लेकर हिन्दू संगठनों ने रोष जताते हुए काबिना मंत्री सतपाल महाराज से भेंट कर कार्रवाई की मांग की। सनातन धर्म की पवित्र स्थली वि के सर्वश्रेष्ठ धाम बदरीनाथ के इतिहास मे पहली बार नमाज अता किए जाने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने से लोगों में उबाल आ गया। विहिप को इसकी जानकारी मिलते ही विहिप पदाधिकारी व कार्यकर्ताओ ने जिला मुख्यालय गोपेर पहुंचकर प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज के साथ ही डीएम व पुलिस अधीक्षक से भेंट कर सनातन आस्था के प्रतीक भगवान बदरीविशाल की धरती पर नमाज अता करने पर नाराजगी जताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।
विहिप के जिलाध्यक्ष राकेश चंद्र मैठाणी, विभाग अध्यक्ष देवी प्रसाद देवली, विहिप के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य अतुल साह, विभाग मंत्री पवन राठौर व संपर्क प्रमुख शंभू प्रसाद पंत ने प्रभारी मंत्री को दिए ज्ञापन में कहा है कि हिन्दुओं के पवित्र धार्मिक स्थल श्री बदरीनाथ मे अन्य धर्म के लोगों द्वारा जानबूझ कर नमाज पढी गई और संदेह है कि बकरीद होने के कारण संभवत बकरे के हलाल भी किया गया हो। कहा गया है कि बदरीनाथ धाम मे इस प्रकार के कृत्य किए जाने से करोडों हिन्दुओं की भावनाएं आहत हुई है। ज्ञापन मे कहा गया है कि श्री बदरीनाथ धाम मे मांस, मदिरा के साथ ही अन्य धर्म व संप्रदाय के धार्मिक क्रियाकलापों पर भी प्रतिबंध है। बावजूद इसके नमाज पढी गई। इससे हिन्दु समाज आहत हुआ है। उन्होने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में मंत्री ने तत्काल कार्रवाई का भरोसा देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होने डीएम तथा एसपी से भी मुलाकात की। पुलिस अधीक्षक ने बदरीनाथ के थाना प्रभारी को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
चमोली पुलिस ने सोशल मीडिया पर बदरीनाथ धाम में मुस्लिमों द्वारा नमाज पढ़ने के वायरल मैसेज को भ्रामक बताया है। बचरुअल पुलिस चमोली ने इस मामले में कहा है कि बदरीनाथ धाम में आस्था पथ नामक संस्था की पार्किग का निर्माण चल रहा है। इसमें कार्य कर रहे मुस्लिम मजदूरों द्वारा ईद के त्योहार के अवसर पर बंद कमरे में लाउडस्पीकर का प्रयोग किए बगैर मौलवी की अनुपस्थिति में कोरोना नियमों का पालन कर नमाज पढ़ी गई।