आसाम राइफल के जवान की हृदय गति रूकने से निधन
मॉर्निंग वॉक पर गए थे हवलदार राम सिंह सामंत
खटीमा। मॉर्निंग वॉक पर गए आसाम राइफल के हवलदार की हृदय गति रूकने से निधन हो गया। हवलदार राम सिंह सामंत को सैनिक सम्मान से बनबसा शारदा घाट में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। तिगरी निवासी व 31 आसाम राइफल हवलदार राम सिंह सामंत(41) पु़त्र स्व. गोविंद सिंह सामंत मंगलवार को साथियों के साथ मॉर्निंग वॉक लालकोठी चकरपुर की तरफ निकले थे। इसी बीच वह लालकोठी शारदा नहर के किनारे एक्सरसाइज कर रहे थे। एक्सरसाइज करने के दौरान वह अचेत हो गए। साथियों ने राम सिंह को अचेत देख तत्काल 108 एंबुलेंस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची 108 एंबुलेंस ने हवलदार राम सिंह सामंत को नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। जहां चिकित्सक अमित बंसल ने मृत घोषित कर दिया। हवलदार के निधन की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया और क्षेत्र में शौक की लहर छा गई। मृतक हवलदार राम सिंह सामंत अपने पीछे माता खीमा देवी, पत्नी मेनका सामंत, पुत्र हषर्वर्धन सामंत व पुत्री महक सामंत को रोता बिलखता छोड़ गया। हलवदार राम सिंह सामंत 31 आसाम राइफल में सिगल में कार्यरत थे जो मणिपुर में तैनात थे। जो दो माह की छुट्टी पर घर आए थे। 23 अक्टूबर को उनको अपनी यूनिट लौटना था। राम सिंह सामंत 1999 में भर्ती हुए थे। मृतक राम सिंह सामंत को डॉक्टर केसी पंत ने पोस्टमार्टम किया। पंत ने बताया कि हवलदार की हृदय गति रूकने से मौत हुई है।
हवलदार राम सिंह सामंत के निधन की सूचना बनबसा छावनी स्थित 8 जैकलाई रेजीमेंट के जवान आवास पहुंचे। जहां उन्होंने सलामी दी। जिसके बाद हवलदार के पार्थिव शरीर को बनबसा स्थित शारदा घाट ले जाया गया। जहां हवलदार राम सिंह सामंत की सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। चिता को मुखागि छोटे भाई आनंद सिंह सामंत व चचेरे भाई गोकुल सामंत ने मुखागि दी। इस दौरान पूर्व सैनिक संगठन अध्यक्ष कुंवर सिंह खनका, गौरव सेनानी संगठन अध्यक्ष गंभीर सिंह धामी, बीडी चिलकोटी, रवि नगरकोटी, पुष्कर रौतेला, आसू बिष्ट, दीवान सिंह, हरीश सिंह, धर्मवीर खोलिया, जमन सिंह, बॉबी राठौर आदि मौजूद थे।